इसके अलावा जोधपुर विकास प्राधिकरण को अतिक्रमण, एएसआइ व राज्य पुरातत्व विभाग को अगली सुनवाई पर उद्यान में स्थित स्मारकों के जीर्णोद्धार के लिए किए गए प्रयासों की स्टेटस रिपोर्ट पेश करने को कहा था। मामले की अगली सुनवाई 9 सितंबर को होगी। उद्यान के निरीक्षण के दौरान जिला कलक्टर के साथ पीएचईडी, नगर निगम के अधिकारी, पार्षद सामा देवी, पूर्व पार्षद मयंक देवडा, नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र सोलंकी, हरीशसिंह गहलोत सहित क्षेत्रवासी उपस्थित थे।
खरबूजा बावड़ी से फिर शुरू करें पानी की सप्लाई
– नागादडी नहर में बोटिंग शुरू कर उससे होने वाली आय से उद्यान को संवारा जाए।
– खरबूजा बावड़ी से पानी की सप्लाई फिर से शुरू की जाए तो उद्यान में पानी की कमी नहीं रहेगी।
– उद्यान में करीब 10 से 15 कुंए और बावड़ी है। लेकिन पंप खराब हैं। पंप की मरम्मत कर कुओं और बावड़ी से पानी निकाल पार्क की सिंचाई की जा सकती है।
– उद्यान के मुख्य गेट से अतिक्रमण हटाए जाएं।
कलक्टर ने देखी दुर्दशा : फव्वारे खराब, लाइटें-रैलिंग क्षतिग्रस्त – नागादडी नहर की दीवारें क्षतिग्रस्त, लाइटें और रैलिंग टूटी हुई थी।
– कुंड में लगा जेट फव्वारा और म्यूजियम के पास से गुजरने वाली नहर में लगे फव्वारे खराब हैं।
– रोड लाइटें बंद, अधिकतर होद में लगी लाइटें टूटी हुई और बंद थी।
– उद्यान में नहर, होद और गार्डन के पास लगी रैलिंग क्षतिग्रस्त। – मुख्य गेट के पास दुकानदारों का अतिक्रमण।
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प्रस्ताव बनाकर सरकार को भेजेंगे मंडोर उद्यान को संवारने के लिए सम्बधित अधिकारियों के साथ निरीक्षण किया है। उद्यान को संवारने के लिए प्रस्ताव बनाकर सरकार को भेजा जाएगा।
प्रकाश राजपुरोहित, जिला कलक्टर