नांदड़ा कलां में नैणों की ढाणी निवासी महिपाल पुत्र पूराराम चौधरी ने बताया कि उसके दादा ने कई वर्ष पहले पोती दिव्या की शादी गायत्रीनगर (थोरियों की ढाणी) निवासी बंशीलाल थोरी के पुत्र जीवराज से करने की बात की थी। तब दिव्या तीन साल की थी। अब युवक के पिता अपने पुत्र की शादी दिव्या से कराने को लेकर दबाव डाल रहे हैं, लेकिन दिव्या शादी के लिए स्पष्ट मना कर चुकी है। हाल ही में उसका सीए के लिए चयन हुआ है। लडक़े वालों ने शादी करने का दबाव डालने के लिए शनिवार को समाज की पंचायत बुलाई थी। इसमें पंचों ने दिव्या के परिजन पर 16.65 लाख रुपए दण्ड लगाया। यह राशि उसके घरवालों ने जमा करा दी थी।
इससे पहले शादी का दबाव डालने से परेशान दिव्या ने पुलिस में लिखित शिकायतें दी थी और पुलिस ने आरोपियों को पाबंद किया था। गत 25 अक्टूबर को बनाड़ थाने में पंचों व आरोपियों के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराई गई थी। समाज के पंचों ने समाज के खिलाफ पुलिस में जाने और एफआइआर वापस लेने को लेकर पूराराम के परिवार को समाज से बहिष्कृत करने की धमकी दी और रविवार को फिर पंचायत बुलाई।
परिवार की खातिर युवती एफआइआर वापस लेने परिजन के साथ दोपहर में डिगाड़ी चौकी गई और बयान भी दर्ज कराए। इस दौरान उसने पीने के लिए पानी मांगा और नजरें बचाकर उसने जेब से जहरीला पदार्थ (लक्ष्मण रेखा) खा लिया। जहरीला पदार्थ खाने से पहले युवती ने एक पत्र भी लिखा और अपनी आपबीती व्यक्त करते हुए यह पत्र एसीपी को व्हाटसअप किया। जिसमें उसमें परिवार को न्याय दिलाने की मांग की थी। वहीं जहरीला पदार्थ खाने पर उसकी तबीयत बिगड़ गई तो परिजन उसे तत्काल एमडीएम अस्पताल ले गए। उसकी हालत स्थिर बनी हुई है। पुलिस ने अस्पताल पहुंच दिव्या के बयान दर्ज किए। उसने हरकाराम, प्रभुराम, सरपंच गोपाराम, धन्नाराम, नारायणराम पर आरोप लगाए हैं।
बहिष्कृत की धमकियां, पाबंद कर एफआईआर भी दर्ज बनाड़ थानाधिकारी नियाज मोहम्मद ने बताया कि जबरन शादी का दबाव डालने, समाज से बहिष्कृत करने की आशंका और धमकियां मिलने पर युवती ने गत माह पुलिस में परिवाद दिया था। इसके बाद अक्टूबर के प्रथम सप्ताह में एक और परिवाद पेश किया था। इस पर नामजद लोगों को पाबंद कर इस्तगासा पेश किया था। गत 25 अक्टूबर को एफआइआर दर्ज की गई थी। फिर सगाई न रखने पर समाज से बहिष्कृत करने की धमकी मिलने पर युवती दो दिन पहले थाने पहुंची व एफआइआर वापस लेने का आग्रह किया। तब उसे बयान दर्ज कराने को कहा गया था। इसके बाद वह रविवार दोपहर डिगाड़ी चौकी में बयान दर्ज कराने गई थी। परिजन पहले सगाई होने से इनकार कर रहे थे, लेकिन अब सगाई होने की बात सामने आ रही है।
इलाज का वीडियो बनाने पर भाई व होमगार्ड गुत्थम-गुत्था छात्रा को ट्रोमा सेंटर लाने के बाद इलाज के दौरान भाई वीडियो बनाने लगा। चिकित्सकों ने उसे टोका और होमगार्ड बुलाए। भाई को बाहर निकालने पर होमगार्ड व परिजन में तकरार हो गई। एकबारगी वे गुत्थम-गुत्था हो गए। हालांकि समझाइश के बाद मामला शांत हो गया।