सूत्रों के अनुसार थानाधिकारी जानलेवा हमले के मामले में वांछित लवली के गत बुधवार शाम रातानाडा सब्जी मंडी के पास होने की सूचना पर उसे पकडऩे रवाना हुए, उस वक्त एडीसीपी मीणा रातानाडा थाने में मौजूद थे।
थानधिकारी ने एडीसीपी के गनमैन से सरकारी पिस्तौल ली और तीन सिपाहियों के साथ खुद की निजी कार में सब्जी मण्डी पहुंच गए। उन्होंने कार में वैठे लवली को पकडऩे का प्रयास किया, लेकिन उसका साथी कार भगा ले गया। लवली ने ग्रीन गेट के पास और बनाड़ रोड में पीछा कर रही पुलिस की कार पर फायर किए थे। जवाब में लीलाराम ने छह गोलियां चलाईं, जिससे हिस्ट्रीशीटर लवली की मृत्यु हो गई।
इधर, जांच अधिकारी बनाड़ एसएचओ सीताराम खोजा ने बताया कि पुलिस पर फायरिंग कर जानलेवा हमले के मामले में खेड़ी सालवा निवासी अनिल पुत्र पप्पाराम बिश्नोई, ईसाइयों का कब्रिस्तान निवासी अजय राठौड़ पुत्र कालूराम सरगरा, भगत की कोठी निवासी आशीष पुत्र अरविंद कुमार वाल्मिकी और भैरूजी चौराहे के पास रेलवे कॉलोनी निवासी संजय सिंह पुत्र मोहन सिंह भाटी को गिरफ्तार कर पांच दिन के रिमाण्ड पर लिया गया है। मौके से फरार राहुल मीणा की तलाश जारी है।
कार से देसी पिस्तौल जब्त
लवली के साथ कार में पांच और युवक सवार थे। डिगाड़ी फांटा के पास सामने से बनाड़ थाने की चेतक आने पर गोली से घायल हो चुके लवली के पांचों साथी भागने लगे, लेकिन पुलिस ने तीन को दबोच लिया था। कार से 7.65एमएम कारतूस वाली देसी पिस्तौल मिली थी।