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जोधपुर

जोधपुर की टेक्सटाइल इकाइयां उगल रहीं जहर, बड़े हादसों को यूं दे रहीं न्यौता

अन्य इकाइयों तक जा रहा प्रदूषित पानी, उद्यमी परेशान

जोधपुरDec 08, 2017 / 01:35 pm

Amit Dave

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जोधपुर . जोधपुर में संचालित हो रहे प्रमुख उद्योगों में टेक्सटाइल व स्टील उद्योग में प्रोसेसिंग के दौरान प्रदूषित पानी प्रवाहित होता है। प्रदूषित पानी को ट्रीट कर शुद्ध बनाने के लिए जोधपुर प्रदूषण निवारण ट्रस्ट (जेपीएनटी) कार्यरत है। जेपीएनटी से टेक्सटाइल व स्टील इकाइयां जुड़ी हुई हैं। जिन्हें निर्धारित मात्रा में पानी डिस्चार्ज की अनुमति दी गई है। एेसी कई इकाइयां, जो जेपीएनटी से जुड़ी नहीं हैं और अवैध रूप से संचालित हो रही हैं तथा बड़ी मात्रा में प्रदूषित पानी छोड़ रही हैं। परिणामस्वरूप, अवैध धुलाई करने वाली टेक्सटाइल इकाइयों की वजह से जोधपुर का औद्योगिक प्रदूषण व पर्यावरण संतुलन बिगड़ता जा रहा है।
इन औद्योगिक क्षेत्रों में हो रहा प्रोसेस

जोधपुर में प्रमुख रूप से शोभावतों की ढाणी, जुनावों की ढाणी, हैवी इंडस्ट्रियल, लाइट इंडस्ट्रियल और न्यू पावर हाउस क्षेत्रों मे औद्योगिक इकाइयां संचालित हो रही हैं। इनमें शोभावतों की ढाणी व जुनावों की ढाणी क्षेत्रों की कई इकाइयां स्वीकृत डिस्चार्ज से अधिक मात्रा में प्रदूषित पानी छोड़ रही हैं। इससे जेपीएनटी द्वारा लगाई गई पाइप लाइनें व मैनहॉल्स क्षतिग्रस्त हो रहे हैं। इसके चलते पानी रीको के नाले में बहकर अनुपचारित जोजरी नदी में जा रहा है।

उद्यमियों की फैक्ट्रियों तक चला जाता है गंदा पानी


टेक्सटाइल इकाइयों से डिस्चार्ज हो रहे पानी की यह स्थिति है कि शोभावतों की ढाणी, जुनावों की ढाणी आदि क्षेत्रों में सचांलित हो रही अन्य हैण्डीक्राफ्ट इकाइयों तक पानी चला जाता है। इससे इकाई में पड़ा माल खराब हो जाता है।

जेपीएनटी से जुड़ी टेक्सटाइल इकाइयां ३०६


जेपीएनटी से जुड़ी स्टेनलेस स्टील री रॉलिंग व अन्य इकाइयां ९३


टेक्सटाइल इकाइयों को पानी निस्तारण की स्वीकृति १७-१८ एमएलडी


स्टील व अन्य इकाइयों को पानी निस्तारण की स्वीकृति १-२ एमएलडी

पानी ट्रीट करने वाले सीईटीपी प्लांट का प्रतिमाह खर्चा करीब १ करोड़

इनका कहना है

हमारी जानकरी में आने पर हम गंदा पानी डिस्चार्ज करने वाली संंबंधित इकाई को नोटिस देते हैं और कार्रवाई भी करते हैं। इसके लिए विभाग के अलावा जेपीएनटी की भी एक मॉनिटरिंग टीम बनाई गई है। टीम भी इसकी मॉनिटरिंग करती है।

विजय शर्मा, रीजनल ऑफिसर, राजस्थान प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, जोधपुर

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