छात्रावासों में बालक-बालिकाओं को नि:शुल्क आवास, भोजन की सुविधाएं उपलब्ध होने से वे बिना किसी व्यवधान के अपनी पढ़ाई कर पा रहे हैं। प्रदेश में अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, स्वच्छकार, अन्य पिछड़ा वर्ग और अति पिछड़ा वर्ग के करीब 775 छात्रावासों का संचालन किया जा रहा है। इनसे 36 हजार से अधिक विद्यार्थी लाभान्वित हो रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के बच्चों को उच्च गुणवत्तायुक्त शिक्षा प्रदान कर उनका आत्मविश्वास बढ़ाने की दिशा में महत्वपूर्ण निर्णय करते हुए अंग्रेजी माध्यम के महात्मा गांधी स्कूल खोले गए हैं। लोगों में इनके प्रति खासा उत्साह है। गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार ने प्रदेशवासियों को इलाज के भारी-भरकम खर्च से चिंतामुक्त करने की दिशा में चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना लागू की है। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री टीकाराम जूली ने कहा कि पिछड़े वर्गों एवं महिलाओं के सशक्तीकरण की दिशा में राज्य सरकार प्रतिबद्धता से कार्य कर रही है।
विधायक हीराराम मेघवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के दूरदर्शी विजन से राज्य के साथ-साथ जोधपुर जिले में भी विकास के अभूतपूर्व कार्य हुए हैं। रीको के स्वतंत्र निदेशक सुनील परिहार, जेडीए के पूर्व चेयरमैन राजेंद्र सिंह सोलंकी एवं राजस्थान मेघवाल परिषद् के जोधपुर जिलाध्यक्ष सोहनलाल लखानी ने भी विचार व्यक्त किए। इस अवसर पर महापौर जोधपुर उत्तर कुंती देवड़ा परिहार, संभागीय आयुक्त डॉ. राजेश शर्मा शामिल हुए।