रियां गांव में पंचायत समिति के निर्माण भवन के निर्माण कार्य पर संभावित रोक की आशंका को लेकर पंचायत समिति सदस्यों-सरपंचो के प्रतिनिधिमण्डल ने उपजिला कलक्टर मुकेश चौधरी को ज्ञापन सौंपा।
उप प्रधान डूंगर राम बडिय़ार के नेतृत्व में प्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री और पंचायत राज मंत्री के नाम प्रेषित ज्ञापन में रियां में ही पंचायत समिति भवन निर्माण को नियमानुसार बताया। इसके साथ रियां में निर्माणाधीन पंचायत समिति भवन निर्माण का कार्य किसी दबाब में रोकने पर ग्राम पंचायत स्तर पर आंदोलन की राज्य सरकार को खुली चेतावनी भी दी। रिया सरपंच गोरधन राम चौधरी, उम्मेद सिंह खोजा, भाना राम भूंडानिया, नारायण राम मेघवाल, जीता राम, मुकेश मेघवाल, बक्शा राम चौधरी, पूर्व सरपंच भागीरथ गोदारा सहित ग्रामीण मौजूद थे।
उपजिला मुख्यालय के समक्ष संघर्ष समिति के धरने और पंच-सरपंचो के प्रतिनिधि मंडल के आने की सूचना के बाद किसी प्रकार के संभावित विवाद को देखते हुए पुलिसकर्मियो को तैनात किया। पुलिस थाना अधिकारी निरंजन प्रताप सिंह भी मौजूद रहे। ग्रामीण प्रतिनिधि वाहनों में सवार होकर आए और ज्ञापन देने के बाद लौट गए।
इस दौरान सरपंचों ने धरना स्थल पर अनशन पर बैठे नागरिकों का जाते समय दूर से अभिवादन भी किया। सरपंच गोरधन राम चौधरी ने पंचायत समिति मामले को अपने अधिकारों की सुरक्षा की संज्ञा दी। क्रमिक अनशन दूसरे दिन भी पीपाड़सिटी पंचायत समिति बचाओ संघर्ष समिति का आंदोलन शुक्रवार को भी उपजिला मुख्यालय के समक्ष जारी रहा। इस दौरान 21 कार्यकर्ता क्रमिक अनशन पर बैठे।
पूर्व पालिका अध्यक्ष बाबूलाल टाक के अनुसार पंचायत समिति मुख्यालय पर ही नया भवन निर्माण कराने की मांग के समर्थन में शुक्रवार को सुखदेव सैनी, सुरेंद्र सिंह सांखला, सुमित्रा गहलोत, गीता बाई, माही टाक, सीताराम टाक, हनुमान सैनी, गूदड़ राम हलवाई, अलफूराम परिहार, डूंगरराम सांखला, रामकिशोर टाक सहित अन्य कार्यकर्ता क्रमिक अनशन पर बैठे। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार की ओर से अगर रियां में निर्माणाधीन कार्य पर रोक लगाकर पीपाड़सिटी में पंचायत समिति भवन का निर्णय नहीं किया तो उन्नीस अगस्त से चक्काजाम आंदोलन छेड़ दिया जाएगा।