सर्दियों का मौसम हरेक वायरस के लिए अनुकूल माना जाता है। जोधपुर में स्वाइन फ्लू के मामले भी नवंबर से रफ्तार पकडऩे लगते हैं। चिकित्सकों के अनुसार हरेक वायरस के लिए सर्दी और गर्मी के बीच का मौसम अनुकूल होता है। जबकि जोधपुर में सर्दी की सीजन में सुबह धूप और शाम को सर्दी रहती है। कोरोना भी वायरस है, एेसे में सीधे तौर पर जोधपुर में कोरोना वायरस सर्दियों में भी जिंदा रहेगा। अचरज की बात ये भी हैं कि जोधपुर में तेज गर्मी में भी कोरोना के मरीज आते रहे हैं, आमतौर पर माना जाता है कि वायरस गर्मियों में निष्क्रिय रहता है। बारिश के सीजन में भी कोरोना के खूब मामले आए।
डॉ. एसएन मेडिकल कॉलेज के माइक्रोबायोलॉजी विभाग में सीनियर प्रोफेसर डॉ. पीके खत्री ने बताया कि इस वायरस के बारे में कोई ज्यादा जानकारी नहीं है। लेकिन नॉर्मली वायरस सर्दियों में पनपते हैं। ये वायरस हमारे यहां गर्मियों, बारिश में भी रहा है। इसके अलावा कई देशों में सर्दियों में भी रहा है। इसके रूप के बारे में आगे का कहना बहुत मुश्किल है। रिसर्च के मुताबिक ये संक्रमण एक स्थान पर नौ घंटे रह सकता है। उस स्थान का वातावरण भी मायने रखता है। मानव शरीर में कोरोना वायरस ७ दिन में लक्षण दिखाता है और रोग आने के १५ दिन बाद व्यक्ति पॉजिटिव से नेगेटिव हो जाता है।