रातानाडा थाने के उप निरीक्षक दौलाराम के अनुसार बनाड़ से कुछ आगे स्थित जाजीवाल धोरा के संत हरिहरानंद (58) अपराह्न में रातानाडा स्थित बिश्नोई समाज की धर्मशाला से बोलेरो में अकेले ही रवाना हुए। उन्हें जाजीवाल धोरा जाना था। वे खुद ही बोलेरो चला रहे थे। सर्किट हाउस से कुछ आगे लालजी हैण्डीक्राफ्ट के पास पहुंचने पर अचानक संत की तबीयत खराब हो गई। उन्होंने बोलेरो से नियंत्रण खो दिया और बोलेरो कुछ दूर सडक़ किनारे हाई टेंशन विद्युत पोल से जा टकराई। चालक सीट पर ही संत अचेत हो गए। वहां से निकल रहे लोगों ने उन्हें बाहर निकाला और मथुरादास माथुर अस्पताल के ट्रोमा सेंटर पहुंचाया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। पुलिस का कहना है कि संत के शरीर पर चोट का कोई निशान नहीं है। बोलेरो भी एकदम सीधी चलते-चलते पोल से टकराई है। चिकित्सकों ने संत की ईसीजी की, जिसकी रिपोर्ट में हार्ट अटैक का अंदेशा जताया गया।
मृत्यु का पता लगते ही जाजीवाल धोरा से जुड़े लोग अस्पताल पहुंचे। पुलिस भी अस्पताल पहुंची। बाद में बगैर पोस्टमार्टम शव सुपुर्द कर दिया गया। उधर, उप निरीक्षक नेतराम मौके पर पहुंचे और क्षतिग्रस्त बोलेरो को थाने लेकर आए।
मृत्यु का पता लगते ही जाजीवाल धोरा से जुड़े लोग अस्पताल पहुंचे। पुलिस भी अस्पताल पहुंची। बाद में बगैर पोस्टमार्टम शव सुपुर्द कर दिया गया। उधर, उप निरीक्षक नेतराम मौके पर पहुंचे और क्षतिग्रस्त बोलेरो को थाने लेकर आए।
बिश्नोई समाज में शोक की लहर
जाजीवाल धोरा में बिश्नोई समाज के संत की मृत्यु का पता लगते ही समाज में शोक की लहर छा गई। समाज के मौजिज लोग अस्पताल पहुंचे। ट्रोमा सेंटर में समाज के लोगों की भीड़ लग गई।
जाजीवाल धोरा में बिश्नोई समाज के संत की मृत्यु का पता लगते ही समाज में शोक की लहर छा गई। समाज के मौजिज लोग अस्पताल पहुंचे। ट्रोमा सेंटर में समाज के लोगों की भीड़ लग गई।