कालाउना में हुए एकाएक इस हादसे में मृतक एवं घायलों को गांव के ही नवयुवकों एवं बड़े-बुजुर्गों ने अपने साधनों से चिकित्सालय पहुंचाया। समाज सेवी जगदीश गौड़ एवं उनके साथियों ने विष्णु (10) पुत्र गोपाल सोनी, राधेश्याम पुत्र सोहनलाल, कन्हैयालाल पुत्र पोकरराम गौड़, घेवरराम पुत्र लाबूराम खोजा, कसुम्भी पत्नी छेलाराम प्रजापत, सानू पत्नी प्रेमदास वैष्णव, डिम्पल पत्नी सुरेश गौड़ को भर्ती करवाया।
ग्रामीणों से मिली जानकारी के अनुसार गांव के ब्राह्मणों का बास, कीर, वैष्णव, गोस्वामी, जाट, कुम्हार, सोनी, जांगिड़ परिवार के घरों में करंट फैल गया। ग्रामीणों ने सुनाई खरी-खरी
घटना के करीब दो घंटे बाद मौके पर पहुंचे डिस्कॉम के अधिकारियों व प्रशासनिक अधिकारियों को गुस्साए ग्रामीणों ने खरी-खरी सुनाई। गांव की कई गलियों में वर्षों से विद्युत तार झूल रहे हैं। बार-बार कहने के बावजूद तारों को दुरुस्त नहीं किया गया।
हादसे में मृतक के परिजन सरकारी नौकरी और मुआवजा राशि दिलाने की मांग को लेकर अड़ गए। शव मोर्चरी में रखा है। इस बीच डिस्कॉम के सहायक अभियंता रामसुख डूडी ने द्वितीय हैल्पर ओमप्रकाश पुत्र चुन्नीलाल को निलंबित कर दिया। इस संबंध में मृतक के चाचा श्रवण गौड़ और सरपंच गोकुलराम की ओर से पुलिस थाने में रिपोर्ट पेश की गई।