कार्यालय प्रभारी डॉ विनीत कुमार रावत ने जैव विविधता की सामान्य जानकारी दी। डॉ. रावत ने जैव विविधता के तहत आने वाले फर्न के वर्गिकी तथा वितरण एवं उपयोगिता पर प्रकाश डाला। वैज्ञानिक डॉ चंदन सिंह पुरोहित ने ‘रोल ऑफ़ मॉडर्न तकनीक इन प्लांट कंजर्वेशन एंड आईयूसीएन रेड लिस्ट असेसमेंट’ पर व्याख्यान देते हुए बताया कि आधुनिक तकनीक का प्रयोग करते हुए जैव विविधता को संरक्षित किया जा सकता है। वैज्ञानिक डॉ पुष्पा कुमारी ने ‘बंबू : द वंडर ग्रास’ पर व्याख्यान दिया गया। वनस्पतिज्ञ डॉ राजीव कुमार सिंह, वरिष्ठ परिक्षण सहायक अमित कुमार ने विचार रखे। जगदीश यादव ने संचालन किया।