एयरफोर्स में कार्यरत सिविलियन ने म्यूच्यूअल पोस्टिंग ग्रुप बना रखे हैं। इसमें एक दूसरे की जरूरत के अनुसार कहीं पर पद खाली होने और उसके अनुसार वहां एक-दूसरे को स्थानांतरण करवाने की सूचना का आदान-प्रदान होता है। ऐसे ही एक ग्रुप में जोधपुर से एयरफोर्स का सिविलियन स्टाफ भी जुड़ा हुआ था। कुछ दिन पहले एक अनजान नंबर से बार-बार स्थानांतरण करवाने के मैसेज आए। एयरफोर्सकर्मी ने नंबर ब्लॉक कर दिया तो उसने वाट्सएप कॉल किया। एयरफोर्स कर्मी ने इसकी सूचना इंटेलिजेंस को दी। तब जोधपुर एयरपोर्ट इंटेलिजेंस ने जांचकर मामले का भंडाफोड़ किया।