पुलिस के अनुसार गुरु राजाराम नगर निवासी बाबूलाल पुत्र धूड़ाराम सोनी के पुत्र ने गत २८ जुलाई को फेसबुक पर एक पुरानी कार पसंद की। जिसकी कीमत दो लाख रुपए थी। विज्ञापन में अंकित मोबाइल नम्बर पर सम्पर्क किया तो एक जने ने खुद को रतनगढ़ निवासी आर्मी अफसर बताया और कहा कि उसका अम्बाला से जम्मू तबादल हो गया है। इसलिए वह कार बेचना चाहता है। विश्वास दिलाने के लिए उसने फर्जी आधार कार्ड व सैन्य कार्ड की फोटो भेजी। उसकी बातों में आकर बाबूलाल ने अग्रिम २१ सौ रुपए ऑनलाइन जमा करवा दिए। दूसरे दिन पार्सल के नाम पर ९१०० रुपए ठग के खाते में ऑनलाइन जमा करवाए। इतना ही नहीं, ३० जुलाई को १९८५० रुपए व ३१०५० रुपए भी ऑनलाइन जमा करा दिए।
पत्रिका में प्रकाशित समाचार से हुआ सतर्क
इस दिन राजस्थान पत्रिका में फर्जी सैन्य अफसर बन कार बेचने के नाम ठगी का समाचार पढक़र वह सतर्क हो गया। उसने रिश्तेदारों व परिचितों से बात की तो ठग गिरोह का अंदेशा हुआ। तब उसने फिर कोई राशि जमा नहीं कराई। अब ठग उसके रुपए नहीं लौटा रहा है। उलटा उससे और रुपए जमा करने के लिए बार-बार फोन कर रहा है।