सूर्यनगरी में रविवार को न्यूनतम तापमान 30.2 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। इस दौरान वातावरण में 79 प्रतिशत नमी थी। अत्यधिक नमी के कारण सुबह छह बजे ही 38 डिग्री पारे की गर्मी का अहसास हो रहा था। हालांकि सुबह 6 से 8 किलोमीटर प्रति घण्टे की रफ्तार से हवाएं चल रही थी, जिसके कारण खुले में अधिक गर्मी का अहसास नहीं हुआ, मगर बंद इमारतों में सुबह-सुबह ही घुटन जैसा मौसम था। दिहाड़ी मजदूरों और अन्य कामगारों के हल्का-फुल्का काम करने में भी शरीर से पसीना बह रहा था। फलोदी में न्यूनतम तापमान 30.2 व अधिकतम 41.8 डिग्री रहा। बाड़मेर और जैसलमेर में भी उमस भरी भयंकर गर्मी रही। दोनों स्थानों पर न्यूनतम तापमान क्रमश: 29.4 व 27.8 और अधिकतम 40.4 व 41.1 डिग्री मापा गया।
वास्तविक तापमान —- आपेक्षिक आद्र्रता—- महसूस हुई गर्मी
40 डिग्री —————– 10 —————– 37 डिग्री
40 डिग्री —————– 20 —————– 39 डिग्री
40 डिग्री —————– 30 —————– 43 डिग्री
40 डिग्री —————– 40 —————– 48 डिग्री
40 डिग्री —————– 50 —————– 55 डिग्री
40 डिग्री —————– 60 —————– 63 डिग्री
40 डिग्री —————– 70 —————– 72 डिग्री
40 डिग्री —————– 80 —————– 83 डिग्री
40 डिग्री —————– 90 —————– 95 डिग्री
40 डिग्री —————– 100 —————– 108 डिग्री
(आपेक्षिक आद्र्रता प्रतिशत में है।)
हीट इंडेक्स समीकरण 1978 में अमरीका के जॉर्ज विंटरलिन ने विकसित किया था। यह 27 डिग्री सेल्सियस तापमान से अधिक और 40 प्रतिशत आपेक्षिक आद्र्रता से अधिक मौसम पर लागू होता है। इसके लिए उन्होंने एक चार्ट तैयार किया था।
– व्यक्ति का बॉडी मास
– व्यक्ति की ऊंचाई
– रक्त का गाढापन
– कपड़े
– फिजिकल एक्टिविटी
– हवा की गति
– सीधी धूप से सामना प्यास लगना डिहाईड्रेशन का देरी से लक्षण
अत्यधिक तापमान और अत्यधिक नमी के मौसम में प्यास कम लगती है। इस मौसम में बगैर प्यास के लिए ही पानी पीना पड़ता है। विशेषकर फिजिकल एक्टिविटी करने वाले लोगों को एक्टिविटी शुरू करने और खत्म करने के बाद भरपूर पानी पीना चाहिए। अगर आप इस मौसम में प्यास लगने के बाद पानी पी रहे हो तो इसका अर्थ आप डिहाइड्रेशन का शिकार हो चुके हो।
– मोटे लोग
– डायबिटीक मरीज
– ह्रदय रागी
– सिस्टिक फाइब्रोसिस पीडि़त
– मानसिक विमंदित