पुलिस ने बताया कि 14 वर्षीय एक बालिका ने गत 16 जून को घर में ही अनाज में डालने वाली सल्फॉस की गोलियां खा ली थी। जिससे उसकी तबीयत खराब हो गई थी। परिजन उसे बनाड़ रोड स्थित निजी अस्पताल लेकर आए थे, जहां से उसे उम्मेद अस्पताल रैफर किया गया। इलाज के दौरान गुरुवार को बालिका की मृत्यु हो गई। पुलिस ने शव महात्मा गांधी अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया। इस बीच, शुक्रवार को मृतका की मां ने गांव के दो युवकों के खिलाफ नाबालिग पुत्री से सामूहिक बलात्कार करने और उससे आहत होकर पुत्री के जान देने की एफआइआर दर्ज कराई। उधर, दलित संगठनों के पदाधिकारी मोर्चरी पहुंचे और वारदात के प्रति रोष जताया। पुलिस अधिकारियों से आरोपियों के खिलाफ जल्द से जल्द कार्रवाई की मांग की।
पुलिस ने मामला दर्ज किया और तलाश के बाद एक युवक को हिरासत में लिया। जबकि दूसरे युवक की तलाश की जा रही है।
बलात्कार के बाद ब्लैकमेल की धमकियों से थी परेशान
परिजन का कहना है कि गत दिनों दोनों युवकों ने बालिका से बलात्कार किया था। इसके बाद वह गुमसुम रहने लगी थी। खाना न खाने पर मां ने पूछा तो उसने दोनों की हरकत बता दी। मां का आरोप है कि बलात्कार के बाद दोनों युवक उसे मनमर्जी वाले स्थान पर बुलाने के लिए ब्लैकमेल व जान से मारने की धमकियां दे रहे थे।