सुबह 6.58 बाद सिद्धिदात्री स्वरूप पूजन पंडित ओम दत्त शंकर के अनुसार शनिवार 24 अक्टूबर को सुबह 6:58 बजे तक अष्टमी के बाद पूरे दिन रात्रि भर रविवार को सुबह 7:41 बजे तक नवमी तिथि रहेगी। इसलिए 24 अक्टूबर को सुबह 6:58 के बाद नवमी में मां दुर्गा के सिद्धिदात्री स्वरूप का पूजन होगा। कमल के पुष्प पर विराजमान माता आठ सिद्धियां प्रदान करने वाली है ।इनकी विधिवत पूजा अर्चना कर कमल पुष्प या कमलगट्टे का अर्पण करना चाहिए। पूजा के बाद कन्याओं का पूजन करके उनको भोजन कराने का विधान है । इसके बाद 25 अक्टूबर को विजय दशमी दशहरा पर्व होगा। कुछ शास्त्रों में शिव शक्ति के संयुक्त रूप अर्धनारीश्वर स्वरूप के पूजन का भी वर्णन दिया गया है।