भीलवाड़ा शहर में बुधवार दूसरे दिन भी मानसून मेहरबान रहा। सुबह से आसमान में बादलों ने डेरा जमाए रखा। दोपहर में घनघोर घटाओं के साथ बरसात का दौर शुरू हुआ। करीब बीस मिनट तक अच्छी बरसात हुई। उसके बाद भी रह-रह कर बरसात होती रही।
चित्तौड़ जिले में बुधवार शाम 5 बजे समाप्त 24 घंटे में चित्तौडगढ़़ एवं भदेसर में 77-77, निम्बाहेड़ा में 61, बड़ीसादड़ी में 49, बेगूं व गंगरार में 30-30, भैसरोडगढ़़ में 25, कपासन में 23 एवं डूंगला में 16 मिमी. बारिश दर्ज की गई। पानी की भारी आवक के चलते गंभीरी बांध के सात छोटे गेट खुले हुए है।
राजस्थान-मध्यप्रदेश में हो रही झमाझम बारिश के चलते इस बार जीवनदायिनी चम्बल नदी पर बने बांधों में रेकॉर्ड पानी की आवक हुई है। 13 साल बाद चम्बल के सबसे बड़े बांध गांधीसागर के पांच स्लूज गेट खोले गए। चम्बल के बाधों में पानी की अच्छी आवक से किसानों को सिंचाई को पूरे सीजन पर्याप्त पानी मिल सकेगा। वहीं पीने के पानी का संकट भी नहीं रहेगा। चम्बल नदी पर गांधी सागर, राणा प्रताप सागर, जवाहर सागर और कोटा बैराज चार प्रमुख बांध हैं। चारों बांधों में पर्याप्त पानी आ चुका है।
बांध के गेट खुलने से कोटा, सवाईमाधोपुर, करौली, धौलपुर में भी पानी की आवक बढ़ी।