पत्रिका ने उठाई थी नरपत की पीड़ा तो मदद को आगे आए लोग
नरपत की पीड़ा को लेकर राजस्थान पत्रिका ने 27 जून के अंक में ‘नरतप को जिंदा रहने के लिए किसी फरिश्ते का इन्तजारÓ शीर्षक से समाचार प्रकाशित कर पीड़ा उजागर की थी। जिस पर कई लोग आगे आए तथा उसके घर पहुंच यथासंभव आर्थिक मदद की तो कईयों ने सीधे उसके बैंक एकाउंट में राशि जमा करवाई। अब नरपत की सहायता के लिए गांव वाले तथा समाज के लोग भी आगे आ रहे है तथा उसके ऑपरेशन के लिए एम्स के चिकित्सकों से बात की। अखथली गांव के भागीरथ भांदू ने बताया कि ऑपरेशन में करीब दस लाख रुपए का खर्चा बताया गया। लेकिन कोरोना के चलते फिलहाल चिकित्सकों ने ऑपरेशन नहीं करवाने की सलाह दी। कोरोना कम होने पर नरपत की किडनी ट्रांसप्लांट करवाने की कार्रवाई की जाएगी।
एकत्रित हुए नौ लाख रुपए
राजस्थान पत्रिका ने नरपत की पीड़ा उजागर की तो लोग आगे आए। अभी तक नरपत के एकाउंट में करीब नौ लाख रुपए की राशि एकत्रित हो गई है। जिससे की उसका ऑपरेशन करवाया जा सके।