देश के सभी आईआईटी डायरेक्टर की कमेटी ने कॉमन एकेडमिक एजेंडा कार्यक्रम के अंतर्गत नए शैक्षणिक सत्र ऑनलाइन शुरू करने का निर्णय किया है। कोविड-19 से बचाव और सरकार की गाइडलाइन के साथ शैक्षणिक सत्र 2020-21 की शुरुआत ऑनलाइन होगी। गूगल मीट, वेबैक्स जैसे प्लेटफार्म से छात्रों को घर बैठे पहला सेमेस्टर पढ़ाया जाएगा। इसके अलावा केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय के टूल मूक का उपयोग किया जाएगा। छात्रों को कक्षाओं की विषयवार समय-सारणी दी जाएगी। सेमेस्टर का मूल्यांकन ऑनलाइन क्विज, वायवा, ऑनलाइन एग्जाम और प्रोजेक्ट के जरिए होगा। हालांकि 1 अक्टूबर को इस व्यवस्था का रिव्यू भी होगा। जनवरी 2021 के बाद संभवत: ऑफलाइन मोड पर भी कक्षाएं शुरू हो सकती हैं।
जरूरतमंद छात्र आ सकेंगे हॉस्टल
आईआईटी डायरेक्टर्स की कॉमन रिपोर्ट के अनुसार देश के दूरदराज के इलाकों में रहने वाले छात्र-छात्राएं जिनके पास इंटरनेट कनेक्टिविटी कमजोर है। साथ ही आर्थिक रूप से कमजोर छात्र जिनके पास लैपटॉप सहित अन्य उपकरण नहीं है, उनके लिए आईआईटी कैंपस के हॉस्टल में रहकर ऑनलाइन पढ़ाई की व्यवस्था की जाएगी।
पीएचडी छात्रों को आना होगा कैंपस में
आईआईटी के बीटेक और एमटेक के छात्रों की कक्षाएं ऑनलाइन होगी, जबकि पीएचडी कर रहे छात्र-छात्राओं को कैंपस आना होगा। लेबोरेटरी में रिसर्च वर्क कैंपस में ही संभव हो सकेगा। आईआईटी जोधपुर में तो लॉक डाउन के दौरान भी पीएचडी छात्र कैंपस में ही रुके रहे थे। उनकी रिसर्च गतिविधियां चालू थी।
……………………………… ‘सभी कक्षाओं का पहला सेमेस्टर ऑनलाइन होगा। कक्षाएं 1 सितंबर से शुरू होगी।’
-अमरदीप शर्मा, पीआरओ आईआईटी जोधपुर