दिन के समय अधिकांश कीट घास व पौधों पर रहते हैं। चूंकि प्रकाश स्त्रोत सूर्य अधिक दूरी पर होता है और वे दो सौ मीटर से अधिक दूर उड़ नहीं सकते। ऐसे में वे पौधों पर ही बैठकर उनका रस चूसते हैं। मॉथ व बग की कई प्रजातियां दिन के समय पौधों का परागण करती हैं, लेकिन रात के समय उनके बल्ब के पास मंडराने से परागण कम हो जाता है।
– 200 मीटर से अधिक दूर नहीं जाते हैं अधिकांश बग व मॉथ
– 11 किलोमीटर दूर से मादा की गंध पहचान लेता है नर मॉथ
– 23 मीटर की प्रकाश स्त्रोत की परिधि में रहते हैं कीट
– 4 में से एक मॉथ की प्रजाति करती है परागण
प्रकाश की तरफ आकर्षित होने वाले कीट वैसे तो हानिकारक नहीं होते हैं। फिर भी मानव के शरीर पर आने पर वे त्वचा में सूंड घुसाते हैं जिससे हमें खुजली आनी शुरू हो जाती है। तापमान कम होने पर ये कीट मर जाएंगे। यही इनका जैविक नियंत्रण है।
डॉ. अभिषेक राजपुरोहित, प्राणाी विज्ञान विभाग, लाचू कॉलेज जोधपुर