उसने डिगाड़ी में रहने वाले भाई त्रिलोकचंद के घर कार खड़ी की और फिर मोटरसाइकिल लेकर घोड़ों का चौक गया था, जहां से सोने की कटिंग करवाने के बाद शाम को डिगाड़ी लौटा था। उसने गले में कपड़े के बैग में सोने व चांदी के जेवर की अलग-अलग पोटली डाल रखी थी। दस दुकान मोड़ के पास बाइक लेकर खड़े तीन युवकों ने उसे रोका और मारपीट की। इस दौरान आरोपियों ने गले में लटक रहे बैग से तीस ग्राम सोना लूट लिया। साथ ही चांदी के पायजेब की जोडि़यां से भरी पोटली वहीं गिर गई थी। इस बीच, एक कार आती देख तीनों आरोपी मोटरसाइकिल पर भाग निकले थे। चांदी की पोटली उसे वहीं मिल गई थी। पीडि़त थाने पहुंचा और लूट का मामला दर्ज कराया।
पीडि़त से मिली जानकारी के आधार पर डिगाड़ी निवासी भुआ के पुत्र सुनील उर्फ कमलेश सोनी पर संदेह हुआ। पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की तो वह टूट गया। उसने भारत अस्पताल के पास दिव्या मार्बल रोड निवासी शेरू उर्फ शाहरूख, मिरासी कॉलोनी निवासी शाहिद व सद्दाम के साथ वारदात को अंजाम देना कबूल किया। जिस पर पुलिस ने सुनील उर्फ कमलेश (२२) पुत्र हीरालाल सोनी व शेरू उर्फ शाहरूख (२२) पुत्र रफीक खान को गिरफ्तार कर लिया। जबकि अन्य दोनों की तलाश की जा रही है।
ममेरे भाई को पिटवाने के लिए रची साजिश पुलिस का कहना है कि एक साल पहले समाज के कार्यक्रम में केसरीमल व सुनील के बीच तकरार हो गई थी। तब उसने केसरी को थप्पड़ मार दी थी। जिसका वह बदला लेना चाहता था। गांव में आभूषण की दुकान संचालक केसरी हर माह चार-पांच बार सोने की कटिंग कराने जोधपुर आता है। सोने की कटिंग के लिए २ दिसम्बर को केसरी जोधपुर आया। कार भाई के घर खड़ी कर उसकी मोटरसाइकिल लेकर भीतरी शहर गया था। उसके भुआ के पुत्र भाई सुनील इसका पता लग गया था। उसने शेरू उर्फ शाहरूख से सम्पर्क किया था। उसने उसे कहा कि केसरी के पास जो भी सोना-चांदी या रुपए मिले वो लूटकर रख लेना। वह तो सिर्फ उसकी पिटाई करवाना चाहता है।