विवि से सम्बद्ध एमबीएम इंजीनियरिंग कॉलेज में पिछले साल सितम्बर में २२ शिक्षकों की भर्ती हुई थी। सरकार से अनुमति मिलने के बाद विवि ने कॉलेज में १०२ पदों के लिए और विज्ञापन जारी किया। इसके लिए लिखित परीक्षा २१ व २२ फरवरी को प्रस्तावित थी। दोनों विधायकों के विरोध के बाद इसे स्थगित कर नई तिथि ५ व ६ मार्च कर दी। सरकार के बढ़ते दबाव की वजह से विवि ने बुधवार को इस परीक्षा को पूरी तरीके से स्थगित कर दिया। अब इसे नए सिरे से फिर से आयोजित किया जाएगा।
इसलिए रोकनी पड़ी परीक्षा
विवि ने इंजीनियरिंग भर्ती लिखित परीक्षा के लिए कई अपात्रों को प्रवेश पत्र जारी कर दिए थे। कम्प्यूटर साइंस में योग्यता एमटेक/एमई होने के बावजूद परीक्षा के लिए एमसीए वालों को भी बुला लिया था। इसके अलावा रोस्टर अनुसार विज्ञापन जारी नही करने, स्क्रूटनी प्रक्रिया के नियम विधिसम्मत नहीं होने, बिना स्क्रूटनी के भर्ती परीक्षा करवाने, वर्ष 2017 की भर्ती से सम्बंधित कई याचिकाएं न्यायालय में विचाराधीन होने, विज्ञापन में दिव्यांगों व महिलाओं के पदों का वर्गीकरण नहीं होने, आरक्षण व बैकलॉग सम्बन्धित कई शिकायतें सरकार व विभिन्न आयोगों के पास पहुंचने के साथ कई खामियां थी।
हमने भर्ती रद्द करने की मांग की है विवि की सामान्य संकाय और इंजीनियरिंग संकाय भर्ती प्रक्रिया में कई खामियां है, इसलिए हमने सरकार से पूरी भर्ती प्रक्रिया को ही रद्द करने की मांग की है।
पब्बाराम विश्नोई, फलोदी विधायक व सिण्डीकेट सदस्य कमेटी के निर्णय से स्थगित
इंजीनियरिंग शिक्षक भर्ती से संबंधित शिक्षकों की कमेटी की बैठक में परीक्षा को स्थगित करने का निर्णय किया गया है। परीक्षा की अगली तिथि भी कमेटी घोषित करेगी।
डॉ. आरपी सिंह, कुलपति, जेएनवीयू, जोधपुर