पुलिस के अनुसार सुखराम नगर निवासी पीयूष पुत्र निर्मल चावला गत 4 जून को बहन से मिलने के लिए अहमदाबाद गया था। पीछे मकान में कोई नहीं था। इस बीच, 9 जून को पास ही शराब दुकान के सेल्समैन ने सुबह 10-11 बजे कुछ युवकों को घर से बाहर निकलते देखा। उसने पीयूषक को फोन कर मकान में चोरी की जानकारी दी। वह अहमदाबाद से घर लौटा तो छत के गेट का ताला टूटा हुआ था, जहां से चोर मकान में घुसे और कमरों में अलमारियों के ताले तोड़ दिए। उनमें रखे दो लाख रुपए, अलमारी से चांदी के बर्तन, चांदी के जेवर, सिक्के, दिवंगत मां की सोने की चेन, मंगलसूत्र, दो जोड़ी बालियां और सोने की आठ चुडि़यां, एक अन्य अलमारी से 50-60 हजार रुपए चुरा लिए। पीयूष के मकान में 26 जनवरी को भी चोरी हुई थी, लेकिन अभी तक चोर पकड़े नहीं जा सके। हुलिए के आधार पर उन्होंने मकान के पीछे रहने वाले युवक पर संदेह व्यक्त किया है।
चोरी की एक अन्य वारदात चौहाबोथानान्तर्गत शंकर नगर में भरत लोहिया के नवनिर्मित मकान में हुई। चोरों ने 6 जून की रात मकान से चांदी के सिक्के, थाली, लोटा व 20-22 हजार रुपए के लिफाफे चुरा लिए।
घरवाले गांव गए, पीछे चोरी
मूलत: तिलवासनी हाल बनाड़ थानान्तर्गत नांदड़ी के तिरूपति नगर निवासी अभिषेक पुत्र मोहनराम बिश्नोई 15 दिन पहले गांव गए थे। मकान के बंद होने का फायदा उठाकर चोरों ने ताले तोड़े और सोने की दो अंगूठी, 17 हजार रुपए, तीन तोला सोने का लॉकेट, 10 तोला चांदी की पायल और एक कैमरा चुरा लिया।