टूरिस्ट गाइड शक्तिसिंह खाखडक़ी ने बताया कि वीजा की पाबंदी और कोरोना के जैसे-जैसे मामले सामने के बाद ७० प्रतिशत तक बुकिंग कैंसिल हो चुकी हैं। करीब ३०० से अधिक पर्यटक गाइड के रोजगार पर असर पड़ा है। जोधपुर की अधिकांश होटलों में भी ७० प्रतिशत बुकिंग कैंसिल हो चुकी हैं। पर्यटन व्यवसाय से जुड़े घनश्यामसिंह चांदावत ने बताया कि उनके पास मार्च माह में ४० ग्रुप की बुकिंग थी जिसमें सिर्फ ४ ग्रुप ही पहुंचे। इसी माह २३ मार्च को ३० सदस्यीय यूरोपीय ग्रुप की बुकिंग को भी कैंसिल कर दिया गया। वर्तमान में जोधपुर भ्रमण के लिए जो टूरिस्ट आ रहे है वे भारतीय पर्यटक ही है। उन्होंने बताया कि फरवरी से १५ अप्रेल तक टूरिस्ट सीजन होता है जिसमें विदेशी पर्यटकों की तादाद ज्यादा होती हैं लेकिन कोरोना वायरस के मामले भारत में सामने आने और नए विदेशी पर्यटकों को वीजा बंद कर देने से पर्यटन व्यवसाय की कमर टूट गई हैं।
पिछले वर्ष फरवरी और मार्च माह की तुलना में इस बार फरवरी माह में विदेशी पर्यटकों की संख्या १८ प्रतिशत और मार्च के प्रथम सप्ताह में ४ प्रतिशत पर्यटक कम हुए हैं। हालांकि मार्च में ४ प्रतिशत भारतीय पर्यटक बढ़े हैं। वीजा की अनुमति नहीं मिलने के बाद पर्यटकों की संख्या में और भी गिरावट आएगी।
करणीसिंह जसोल, निदेशक मेहरानगढ़ म्यूजियम ट्रस्ट जोधपुर