थानाधिकारी देवीचंद ढाका ने बताया कि रविवार को बलदेव नगर गली संख्या 4 निवासी निर्मला देवी पत्नी मदनदास वैष्णव ने थाने में पेश होकर बताया कि गत शनिवार रात साढ़े आठ बजे उनके पुत्र पंकज वैष्णव को चार-पांच लोग जबरदस्ती चौपहिया वाहन में बैठाकर ले गए। इसके बाद पुलिस सक्रिय हो गई। पुलिस अधिकारियों व थानाधिकारियों के निर्देशन में विशेष दल गठित किया गया। विशेष दलों ने घटनास्थल के आसपास व आरोपियों की ओर से अपहरण के रूटों पर लगे सीसीटीवी कैमरों से गहनता से जांच की गई। वारदात में प्रयुक्त वाहनों का पता लगाया गया। नागौर के कोतवाली थाना क्षेत्र के हीरालाल गुर्जर के वाहन की पहचान पुलिस को हुई। इसके बाद पुलिस की टीमें नागौर के लिए रवाना हो गई। इसके बाद पुलिस ने तेलिवाडा थाना कोतवाली नागौर निवासी विनोद (21) पुत्र श्यामसुंदर तेली और करणी कॉलोनी नागौर निवासी महेंद्र (30) पुत्र मेघाराम गुर्जर को अपराध धारा 365 भादसं का अपराध प्रमाणित पाए जाने पर गिरफ्तार किया। वहीं दो नामजद आरोपी देशमुख विश्नोई व हीरालाल के अलावा अन्य आरोपियों की तलाश जारी है। इस पूरे प्रकरण में बाइक चोर नागौर पुलिस की गिरफ्त में हैं और वहीं अपहरणकर्ता जोधपुर पुलिस की गिरफ्त में हैं।
ये मामला आया सामने पाली रोहिट निवासी रघुवीर ने नागौर में गत 27 जून को बाइक चुराई थी। जोधपुर में अपहरण किए गए पंकज वैष्णव ने आगे चोरी की बाइक बिकवाई थी। नागौर से दो वाहनों में रघुवीर का अपहरण करने वाले आरोपियों ने पहले रोहिट निवासी रघुवीर का पता लगाया और उसके साथ मारपीट कर बाइक बिकवाने वाले पंकज का पता लगाया। इसके बाद दोनों को किडनैपर नागौर ले गए। वहां ले जाकर पुलिस को बाइक चोर के रूप में इन्हें सौंप दिया। जोधपुर में अपहरण की घटना होते ही पुलिस नागौर, बीकानेर समेत अन्य जगहों पर नाकाबंदी कराई।