थानाधिकारी गजेन्द्रसिंह ने बताया कि प्रकरण में कागा रोड पर राम मोहल्ला निवासी वैभव कच्छवाह को गिरफ्तार किया गया था। उससे पूछताछ के बाद एक बाल अपचारी को संरक्षण में लिया गया। बाल अपचारी भी ज्वैलर के मोबाइल नम्बर जुटाने के मामले में शामिल रहा था। वैभव को मजिस्ट्रेट के समक्ष और बाल अपचारी को किशोर न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे वैभव को न्यायिक अभिरक्षा में भेजने के आदेश दिए गए। जबकि बाल अपचारी को किशोर गृह भेज गया।
गौरतलब है कि भोमाराम व हरेन्द्र से पूछताछ के बाद नई सड़क पर हनुमान भाखरी निवासी खिमांशु गहलोत को नागौर से पकड़ा गया था। उससे पूछताछ में यह तथ्य सामने आया कि गत ७ सितम्बर को ज्वैलर मुकेश सोनी को धमकी भरा व्हाट्सअप कॉल कर पचास लाख रुपए के लिए धमकाने में ममेरे भाई वैभव की भूमिका भी थी। जिसके बाद शुक्रवार को उसे भी गिरफ्तार किया गया।
गौरतलब है कि भोमाराम व हरेन्द्र से पूछताछ के बाद नई सड़क पर हनुमान भाखरी निवासी खिमांशु गहलोत को नागौर से पकड़ा गया था। उससे पूछताछ में यह तथ्य सामने आया कि गत ७ सितम्बर को ज्वैलर मुकेश सोनी को धमकी भरा व्हाट्सअप कॉल कर पचास लाख रुपए के लिए धमकाने में ममेरे भाई वैभव की भूमिका भी थी। जिसके बाद शुक्रवार को उसे भी गिरफ्तार किया गया।
मोबाइल व्यवसायी वासुदेव इसरानी की गोली मारकर हत्या की जांच कर रही सरदारपुरा थाना पुलिस ने शनिवार को मुख्य आरोपी भोमाराम विश्नोई की ढाणी से एक पिस्तौल व छह जिन्दा कारतूस बरामद किए गए। पुलिस की मानें तो यह हथियार आरोपी की ढाणी से बरामद किए गए हैं और उसने वारदात के एक महीने व बारह दिन तक हथियार ढाणी में छुपाकर रखे गए थे।
पुलिस के अनुसार प्रकरण में लोहावट थानान्तर्गत भीमसागर गांव निवासी भोमाराम विश्नोई रिमाण्ड पर चल रहा है। उस पर गत १७ सितम्बर की देर रात सरदारपुरा सी रोड पर मोबाइल व्यवसायी वासुदेव इसरानी को गोली मारने का आरोप है। रिमाण्ड के दौरान उससे पूछताछ व निशानदेही पर गांव की ढाणी में छुपाकर रखी एक पिस्तौल व छह जिंदा कारतूस बरामद किए गए हैं। यह हथियार हत्याकाण्ड के मास्टर माइंड हरेन्द्र ने बीकानेर तक आकर उपलब्ध करवाए थे। वहां से खिमांशु व अन्य आरोपी यह हथियार जोधपुर लाए थे और फिर भोमाराम को सुपुर्द किए गए थे।
पुलिस का कहना है कि वारदात के बाद रात को ही आरोपी भोमाराम व अन्य उसकी ढाणी पहुंचे, जहां रात रूकने के बाद दूसरे दिन तड़के ही बीकानेर चले गए थे। भोमाराम ने ढाणी में ही हथियार छुपा रखे थे।
स्थानीय ग्रुप सरगना रिमाण्ड पर दूसरी तरफ, वासुदेव इसरानी हत्याकाण्ड को अंजाम तक पहुंचाने के लिए मदद करने वाले स्थानीय ग्रुप सरगना नई सड़क पर हनुमान भाखरी निवासी खिमांशु गहलोत को कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे पांच दिन के रिमाण्ड पर भेजने के निर्देश दिए गए। आरोपी की जेल में लॉरेंस से पहचान हुई थी। बाहर आने के बाद उसी ने भोमाराम का परिचय हरेन्द्र से कराया था। हत्याकाण्ड में गिरफ्तार होने वालों में चार-पांच स्थानीय युवक उसी के इशारे पर शामिल हुए थे।
शरण देने वाले गुर्गे का रिमाण्ड बढ़ाया सरदारपुरा थाना पुलिस ने भोमाराम व हरेन्द्र जाट को शरण देने और छुपने की जगह मुहैया करवाने वाले पंजाब के मोगा निवासी अमनप्रीत उर्फ पटवारी उर्फ अमना को रिमाण्ड अवधि समाप्त होने पर कोर्ट में पेश किया गया। हत्याकाण्ड में जांच के लिए पुलिस ने रिमाण्ड बढ़ाने का आग्रह किया। जिस पर उसकी रिमाण्ड अवधि पांच दिन और बढ़ा दी गई।