शहर के 12वी रोड चौराहे के समीप गुरुवार शाम को श्रमिकों की यह टोलियां मध्यप्रदेश में अपने गांव जाने के लिए बसों का इंतजार करती दिखी। निजी बसों में सवार होकर ये मजदूर अपने गांव की ओर जाने को उत्सुक थे, पूछा तो बोले कि लॉकडाउन लग रहा है, यहां खाने को कुछ मिलेगा नहीं, इसलिए अपने घर जा रहे हैं। 50 से 60 की टोलियों में ये श्रमिक अपने गांव जाने के लिए बस की छत पर बैठ कर यात्रा करने से भी पीछे नहीं हटे। इनमें कुछ श्रमिक कमठा मजदूरी का काम करते हैं तो कुछ खेतों में फसल काटने का। एमपी में इनके गांवों से लॉकडाउन की सूचना आई तो यहां डर के मारे इन लोगों ने पलायन करना ही उचित समझा।
क्या कहते हैं श्रमिक – इंदौर के लिए निकले राकेश ने बताया कि यहां जीरा काटने का काम करते हैं। लॉकडाउन लग रहा है इसलिए वापस गांव जा रहे हैं।
– रुकमने सिंह ने बताया कि उज्जैन जा रहे हैं। 50 से ज्यादा लोग हैं साथ में। एमपी में लॉकडाउन लग गया है और यहां भी लग सकता है। इसलिए घर पर जा रहे हैं।
– ग्वालेसिंह जो कि गुडग़ांव के लिए निकले वह भी मजदूरी करते हैं और परिवार के पास लौटने के लिए मजबूर दिखे, पूछा तो बोले कि लॉकडाउन लग गया तो यहां फंस जाएंगे।