मतदान पूरा होने के बाद भाजपा नेताओं ने प्रत्याशियों को बुलाकर या टेलीफोन पर बातचीत करके फीड बैक लिया, वहीं कांग्रेस के नेताओं ने भी विधानसभा क्षेत्र वार प्रत्याशियों से चर्चा की। चूंकि दक्षिण वार्ड में सर्वाधिक वार्ड सूरसागर विधानसभा क्षेत्र के आते हैं और वहां के कई वार्डों में दोनों ही दलों को बागी भी ताल ठोक रहे हैं, ऐसे में दोनों ही दलों के नेताओं की नजर मजबूत दिख रहे बागियों पर भी है। बागियों पर नजर रखने का जिम्मा उनके नजदीकी नेताओं को दिया जा रहा है।
प्रेक्षकों का मानना है कि कम मतदान प्रतिशत से निगम बोर्ड आसानी से बना लेने की उम्मीद करने वाली भाजपा के लिए चिंता का कारण बना ही है, वहीं कांग्रेस भी कम आशंकित नहीं है। मोटामोटी अनुमान लगाए तो कांग्रेस-भाजपा के बीच कांटे की टक्कर नजर आ रही है। ऐसे में दोनों ही दलों को बोर्ड बनाने के लिए निर्दलीयों व बागियों की मदद लेनी पड़ सकती है।
सर्वाधिक व न्यूनतम मतदान
दक्षिण के वार्ड संख्या 34 में सर्वाधिक 85.42 प्रतिशत मतदाताओं ने वोट डाले, जबकि सबसे कम मतदान वार्ड संख्या 56 में हुआ, जहां मात्र 41.84 प्रतिशत मतदाता ही बूथ तक पहुंचे।
मतदान का एक आंकड़ा यह भी
20 प्रतिशत तक मतदान—1 बूथ
20 से 50 प्रतिशत मतदान—49 बूथ
50 से 85 प्रतिशत मतदान—67 बूथ
85 प्रतिशत से अधिक—1