—– अनेक कार्यक्रम होंगे लूणी गांव में तीन वर्षीय कार्यक्रम के तहत कृषि, स्वास्थ्य, स्वच्छता अभियान, कौशल विकास, पशु स्वास्थ्य सहित कई कार्यक्रम चलाए जाएंगे। कृषि विवि की ओर से मनोनीत नोडल ऑफि सर डॉ. सेवाराम कुमावत ने बताया कि कृषक प्रशिक्षण, प्रदर्शन, किसान गोष्ठी, कृषक-वैज्ञानिक संवाद, उन्नत बीज वितरण, समन्वित कीट प्रबंधन, कृषि में तकनीकी का उपयोग सहित अनेक कृषि योजनाओं का संचालन कर किसानों को जानकारी दी जाएगी। इसके अलावा पौधारोपण, स्वच्छ भारत मिशन के तहत विभिन्न कार्यक्रम, वरिष्ठ नागरिक स्वास्थ्य शिविर, कौशल विकास, कंम्प्यूटर साक्षरता, नशामुक्ति निवारण शिविर, पशु स्वास्थ्य शिविर आदि कार्यक्रमों से ग्रामीणों को लाभान्वित कर लूणी को स्मार्ट गांव के रूप में विकसित किया जाएगा।
—– वैज्ञानिकों ने किया भ्रमण विवि के वैज्ञानिकों की टीम के सदस्य डॉ. मदनमोहन कुमावत ने लूणी गांव का भ्रमण किया। उन्होंने किसानों को खेतों पर खरीफ फ सलों मूंग, मोठ, बाजरा व ग्वार में लगने वाले कीटों से बचाव के लिए हेतु समन्वित कीट प्रबंधन अपनाने के साथ-साथ मिथाइल पैराथियॉन 2 प्रतिशत चूर्ण या क्यूनॉलफ स 1.5 प्रतिशत का 25 किलो प्रति हैक्टेयर की दर से छिड़काव करने की सलाह दी।
—- यह एक नई जिम्मेदारी है। साथ ही, गर्व का विषय है कि विवि जिले के लूणी गांव का विकास कर स्मार्ट बनाएगा। इस कार्य के लिए वैज्ञानिकों की टीमों ने अपने सदस्य साथियों के साथ तैयार कर ली है। एक व्यवस्थित रूपरेखा बनाकर काम किया जाएगा। तीन वर्षीय कार्यक्रम में अलग-अलग गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा।
डॉ. बलराजसिंह, कुलपति
कृषि विश्वविद्यालय
डॉ. बलराजसिंह, कुलपति
कृषि विश्वविद्यालय