खुराक पहले की तरह टाइगर, लॉयन और पैंथर की नियमित देखभाल करने वाले केयर टेकर राजेश बारासा का कहना है की मार्च में कोरोना लॉकडाउन के बाद केट फेमिली के वन्यजीवों की खुराक आधी रह गई थी। टाइगर व लॉयन करीब 7 किलो मीट खाने लगे थे लेकिन अब उनकी खुराक फिर से 11 किलो हो गई है। पैंथर भी अब करीब 4 किलो मीट खाने लगे है। वन्यजीव चिकित्सा सहायक महेन्द्र गहलोत ने बताया की माचिया के वन्यजीवों में अब उनके प्राकृतिक व्यवहार की झलक नजर आने ली है जो पहले नहीं थी। उनमें पहले जो चिडि़चिड़ापन था वह भी काफी कम हो गया है।
कभी बीमार नहीं हुए मार्च में लॉकडाउन के बाद केट फेमिली का कोई भी वन्यजीव बीमार नहीं हुआ है। रोजाना पिंजरे में भोजन देते समय आक्रामक व्यवहार करने वाले वन्यजीवों का स्वभाव अब सहज और शांत नजर आता है।