कृषि विभाग के उप निदेशक वीरेंद्र सिंह सोलंकी ने बताया कि 4 मई से अब तक जोधपुर में करीब 45 स्थानों पर 4000 हेक्टर में टिड्डी नियंत्रण कार्यक्रम किया जा चुका है। अधिकांश टिड्डी बाप, फलोदी और देचू के आसपास सीमित रही। अब बची-खुची टिड्डी है जो नियंत्रण कार्यक्रम के बाद उड़ गई थी। जोधपुर में कुछ रहवासीय क्षेत्रों में टिड्डी आई है लेकिन यह संख्या में इतनी कम है कि इनसे कोई खतरा नहीं है।
टिड्डी चेतावनी संगठन के उप निदेशक डॉ केएन गुर्जर ने बताया कि वर्तमान में पश्चिमी राजस्थान के कई जगहों पर टिड्डी बिखरी हुई है। उत्तर प्रदेश में फिलहाल कोई टिड्डी नहीं है। अधिकांश जगहों पर टिड्डी नियंत्रित कर दी गई है।