जोधपुर से आगोलाई तक करीब 45 किमी तक अति आवश्यक सेवा वाली वस्तुओं के परिवहन में लगे एक-दो ट्रक व ट्रेलर अवश्य दौड़ते नजर आए। हाईवे के किनारे वाले गांवों में भी लॉक डाउन का पूरा असर नजर आया। इक्का-दुक्का दुकानों को छोड़ पूरे बाजार बंद दिखाई दिए। लॉक डाउन का पालन कर रहे ग्रामीणों का कहना है कि बाजार, दुकानें और वाहनों की आवाजाही पहली बार पूरी तरह बंद देखी। ऐसा सूनापन कभी दिखाई नहीं दिया।