एक ही जगह पर गड़बड़ी होने से आया पकड़ में – आरोपी हेमंत माहेश्वरी छह-सात माह से सरदारपुरा सी रोड स्थित ऑफिस से सारे क्रेडिट कार्ड को स्वैप कर के पूरी लिमिट राशि अपने खाते में जमा कराता था। जबकि भुगतान एक भी क्रेडिट कार्ड का जमा नहीं हुआ था। एसबीआई की दिल्ली स्थित इनवेस्टिगेशन विंग ने जांच शुरु की तो एक ही जगह से सारे कार्ड की राशि स्थानान्तरण होने पर संदेह हुआ। उन्होंने इस बारे में
जोधपुर को सूचना दी। उस आधार पर देर शाम वहां छापा मारा गया।
क्रेडिट कार्ड धारक अनभिज्ञ – लोन के लिए दस्तावेज जमा कराने के बाद आरोपी बैंक से उसी के नाम का क्रेडिट कार्ड जारी करवा लेता। उस व्यक्ति तक कार्ड पहुंचने से पहले ही वह कोरियर वाले से संपर्क कर कार्ड हथिया लेता। चूंकि पासवर्ड भी साथ ही होता है तो स्वैप मशीन की मदद से राशि अपने खाते में ले लेता। रुपए जमा ना होने पर बैंक कार्ड धारक से संपर्क करती, तब ग्राहक को ठगी का पता लगता।
अब तक डेढ़ करोड़ ठगे – पुलिस का कहना है अब तक आरोपी से 150 क्रेडिट कार्ड जब्त किए गए है। बैंक प्रत्येक क्रेडिट कार्ड पर एक से डेढ़ लाख रुपए तक की लिमिट देता है। वह छह-सात माह से फर्जीवाड़ा कर रहा था। इस हिसाब से उसने 1.50 करोड़ से अधिक रुपए अपने खाते में हस्तांरित कराए है।