सूनसान जगह पर झाडि़यों के बीच स्थित दुकान पर श्री श्रीयादे बिल्डर्स का बोर्ड लगा हुआ है। इसकी आड़ में मादक पदार्थ की बिक्री होने की सूचना मिली। पुलिस उपायुक्त (पूर्व) डॉ. अमनदीप सिंह कपूर से सर्च वारंट लेकर थानाधिकारी जोगेन्द्र सिंह ने दुकान में दबिश दी, जहां ताला लगा मिला। शटर का लॉक न खुलने पर पुलिस ने पीछे स्थित लोहे का एक अन्य गेट तोड़कर दुकान में प्रवेश किया। तलाशी लेने पर वहां १३ कट्टों में १५२ किलो अवैध डोडा का चूरा बरामद हुआ। पुलिस ने एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लक्ष्मण विश्नोई की तलाश शुरू की।
आस-पास के ग्रामीणों को डोडा पोस्त की बिक्री
राज्य सरकार ने डोडा पोस्त की बिक्री पर पाबंदी लगा रखी है। इसके बावजूद जिले में डोडा पोस्त की तस्करी व सेवन हो रहा है। आरोपी लक्ष्मण ने सूनसान जगह पर दुकान किराए ले रखी है। पास ही बाड़े पर भागीरथ प्रजापत लिखा है। उसने संभवत: लक्ष्मण को दुकान किराए पर दे रखी है, जहां से आस-पास के ग्रामीणों को डोडा पोस्त की बिक्री की जा रही थी।
हथियार-मादक पदार्थ तस्करी का आरोपी एसओजी की गिरफ्त में राज्य की स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) ने मादक पदार्थों की तस्करी व अवैध हथियार के मामले में लंबे समय से फरार कुख्यात सेठी गैंग के साथी को मंगलवार को गिरफ्तार किया। जांच व पूछताछ के लिए एसओजी उसे
जयपुर ले गई। पुलिस अधीक्षक (एसओजी) संजय क्षोत्रिय ने बताया कि प्रकरण में ओसियां के चेराई निवासी मोहनलाल (३९) पुत्र बुधाराम विश्नोई वांछित था। उसके गांव में होने की सूचना पर एसओजी जयपुर की एक टीम ने वहां दबिश दी, जहां से उसे दबोच लिया। प्रारम्भिक पूछताछ के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया। फिर उसे लेकर एसओजी जयपुर रवाना हो गई।
गौरतलब है कि इस प्रकरण में संदीप उर्फ सेठी, हरिओम, सरपंच आमसिंह, सुरेन्द्र उर्फ सुन्दर, बलजीत, हवासिंह, बीरमराम व भंवरलाल को गिरफ्तार किया जा चुका है। गौरतलब है कि एसओजी ने गत दिनों कार में सवार हरिओम से मादक पदार्थ बरामद किया था। कार का रजिस्टर्ड मालिक होने से मोहनलाल भी आरोपी हो गया था। गत दिनों डीपीएस बाइपास स्थित एक होटल के बाहर से उसके साथी सरपंच आमसिंह को गिरफ्तार किया गया था।