भोपालगढ़. राजस्थान पंचायतराज सेवा परिषद
जयपुर के प्रदेशव्यापी आंदोलन के पांचवें चरण के तहत पंचायतीराज से जुड़े क्षेत्रीय कर्मचारी सोमवार से तीन दिवसीय सामूहिक अवकाश पर चले गए। जिसके चलते स्थानीय पंचायत समिति कार्यालय एवं क्षेत्र की सभी ग्राम पंचायतों में भी सन्नाटा सा पसर गया है और लोगों के कामकाज भी पहले ही दिन से प्रभावित होने लगे हैं।
राजस्थान पंचायतराज सेवा परिषद के कर्मचारी नेता रामकिशोर नारधनिया ने बताया कि राज्य सरकार के पंचायतीराज मंत्री के सानिध्य में गत 24 जून 2017 को राजस्थान पंचायतीराज सेवा परिषद जयपुर की मांगों के संबंध में लिखित समझौता किया गया था। लेकिन करीब एक वर्ष का समय बीत जाने के बावजूद भी राज्य सरकार की ओर से समझौते की शर्तों को अभी तक लागू नहीं किया गया है। जिसके विरोध में पंचायतीराज परिषद की ओर से प्रदेशव्यापी आंदोलन चलाया जा रहा है और पिछले कई दिनों से पंचायतीराज विभाग से जुड़े कर्मचारी बांह पर काली पट्टी बांधकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। लेकिन इसके बावजूद सरकार की ओर से समझौते की शर्तों को लागू करने के संबंध में कोई कार्यवाही नहीं किए जाने से नाराज पंचायतीराज कर्मचारियों ने आंदोलन के पांचवें चरण के तहत 21 से 23 मई तक तीन दिवसीय सामूहिक अवकाश पर जाने का निर्णय किया है। जिसके तहत सोमवार से राजस्थान पंचायतीराज सेवा परिषद के स्थानीय कर्मचारी नेता रामकिशोर चौधरी के साथ ही पंचायत प्रसार अधिकारी रामनिवास रलिया, परसराम ढाढिया, मुकनाराम बैरा, सज्जनसिंह चारण समेत ग्राम विकास अधिकारी संघ के अध्यक्ष भंवरलाल बोराणा, रामजीवन देवड़ा, हेमराज देवड़ा, भींयाराम, रामनिवास प्रजापत, रामनिवास गहलोत समेत सभी पंचायत प्रसार अधिकारी, ग्राम विकास अधिकारी एवं अन्य कई पंचायतराज कर्मचारी भी सोमवार से सामूहिक अवकाश पर चले गए हैं और आगामी 23 मई तक ये सभी कर्मचारी सामूहिक अवकाश पर रहेंगें।
पंचायतों में पसरा सन्नाटावहीं दूसरी ओर पंचायतीराज सेवा परिषद से जुड़े तीनों संवर्ग विकास अधिकारी से लेकर पंचायत प्रसार अधिकारी एवं ग्राम विकास अधिकारी स्तर तक के क्षेत्र सभी कर्मचारियों के सामूहिक अवकाश पर चले जाने से स्थानीय पंचायत समिति कार्यालय के साथ ही क्षेत्र की सभी ग्राम पंचायतों में भी पहले ही दिन से सन्नाटा पसर गया है और लोगों के सामानय कामकाज भी प्रभावित होने लगे हैं।
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