scriptऐसा क्या हुआ कि लुप्त हो गए फलोदी शिवसर तालाब के घाट | Phalodi Shivsar Pond in Crisis | Patrika News

ऐसा क्या हुआ कि लुप्त हो गए फलोदी शिवसर तालाब के घाट

locationजोधपुरPublished: Mar 10, 2018 01:17:40 am

Submitted by:

pawan pareek

फलोदी शहर का ऐतिहासिक व प्राचीन जलस्रोत शिवसर तालाब उपेक्षा की परिस्थितियों से उबरने के बाद एक बार फिर संकट में आ गया है।

phalodi-shivsar-pond-in-crisis
फलोदी. शहर का ऐतिहासिक व प्राचीन जलस्रोत शिवसर तालाब उपेक्षा की परिस्थितियों से उबरने के बाद एक बार फिर संकट में आ गया है। दरअसल इंदिरा गांधी नहर में आगामी 29 मार्च से प्रस्तावित क्लोजर को लेकर पीएचईडी ने तालाब में इस कदर पानी भर दिया कि तालाब के घाट ही डूब गए है। ऐसे में तालाब पर आने वाले लोगों को पता ही नहीं चलता है कि तालाब के घाट कहां गए? लिहाजा अब तालाब के सरंक्षण को लेकर लाखों खर्च होने के बाद तालाब पर संकट के बादल मंडराने लगे है। वहीं दूसरी तरफ शिवसर तालाब के पीछे जोधपुर लिफ्ट कैनाल की पाइप लाइन में लीकेज से भारी मात्रा में पानी की बर्बादी हो रही है।
नहीं आए पंप, शिवसर से पानी लेने की तैयारी
क्लोजर की घोषणा के बाद ही पीएचईडी ने हाल ही में कृत्रिम झील से फिल्टर प्लांट तक बिछाई गई नयी पाइप लाइन से पानी लाने की योजना बनाई थी, लेकिन झील पर लगने वाले पंप नहीं आने के कारण अब क्लोजर के समय झील से पानी लेना संभव नहीं है। एैसे में शिवसर तालाब में पानी संग्रह किया है।
कम हो पानी का स्तर
सामाजिक कार्यकर्ता संपतलाल चाण्डा ने बताया कि शिवसर तालाब शहर की ऐतिहासिक धरोहर है तथा वर्तमान में इस तालाब का उपयोग पीएचईडी द्वारा रिर्जवायर के रूप में किया जा रहा है। पूर्व में इस तालाब की दुर्दशा को देखते हुए शिवसर बचाओ अभियान चलाकर करीब 23 लाख की लागत से तालाब के घाटों की मरम्मत, फर्श में सीसी कार्य, सेफ्टी वॉल निर्माण आदि कार्य किए गए थे, लेकिन विभागीय की उदासीनता के चलते क्लोजर के कारण अब फिर से तालाब की दुर्दशा शुरू हो गई है क्योंकि तालाब में क्षमता से अधिक पानी भर दिया गया है। जिससे तालाब के घाट नजर ही नहीं आते हैं।
अत्यधिक जलभराव के कारण तालाब को नुकसान की आशंका बनने लगी है तथा हादसे का खतरा भी बना रहता है। साथ ही तालाब में फिल्टर प्लांट से वॉस आऊट का पानी आने की आशंका भी है। उन्होंने बताया कि तालाब के पीछे लिफ्ट कैनाल की पाइप लाइनों में लम्बे समय से लीकेज के कारण पानी बर्बाद हो रहा है। उन्होंने शिवसर तालाब में पानी का स्तर कम करने व नहर के पाइप लाइनों से लीकेज दुरूस्त करवाने की मांग की है, अन्यथा आन्दोलन की चेतावनी दी है।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो