इसलिए आई परेशानी सारण नगर आरओबी का काम चलने के कारण
जयपुर से बनाड़ होकर नागौर जाने वाले अधिकतर वाहन फिलहाल बनाड़ कैंट (गैस गोदाम) से होते हुए माता का थान की ओर निकल रहे हैं। हालांकि यह पहले भारी वाहनों का रास्ता नहीं था, लेकिन आरओबी का कार्य चलने के कारण इसे अस्थायी तौर पर चालू कर दिया गया। इस रास्ते को पक्का नहीं किया गया है। इसके चलते जो पहले कच्चा रास्ता था, वह भारी वाहनों के चलते धूलमय हो गया और सड़क पर गड्ढे हो गए। यह सड़क माता का थान के साथ-साथ खोखरियां गांव की ओर भी जाती है। गांव वाले भी इस रास्ते पर होकर गुजरते हैं, जिससे उन्हें भी परेशानी होती है।
6 साल से कभी नहीं बनी सड़क यह सड़क पिछले 6 साल से नहीं बनी है। अब भारी वाहनों के चलते इतनी खराब हो चुकी है कि सड़क के आस-पास रहने वाले लोग धूल उडऩे से दमा और अस्थमा जैसी बीमारियों से ग्रसित हो रहे हैं। दुकानदारों का तो यहां और भी बुरा हाल है।
इनका कहना है
हम यही रहते हैं और धूल के चलते हमारे यहां अधिकतर लोग दमा के मरीज हो गए हैं। कुछ लोग दमा की बीमारी से मौत का शिकार हो चुके हैं। धूल उडऩे से पेड़-पौधे भी हरे की जगह सफेद हो गए हैं।
कालूराम सैन, क्षेत्रीय दुकानदार फाटक बंद रहता है तो बनाड़ हाईवे तक जाम लग जाता है, क्योंकि फाटक भी छोटी है। एेसे में यातायात को निकलने में समय भी ज्यादा लगता है।
सोहनलाल बिश्नोई, क्षेत्रीय निवासी
रेत के चलते यहां निकलना मुश्किल हो जाता है। गाडिय़ां भी रेत में फंस जाती हैं। हालांकि पहले भी यहां कच्ची रोड थी, लेकिन अब भारी वाहनों के गुजरने से सड़क की कंकरीट भी पिसकर धूल बन गई है।
बाबूलाल, क्षेत्रीय दुकानदार इस रोड पर एक से डेढ़ फीट धूल है। गाडिय़ां यहां धूल में फंस जाती हैं। गाड़ी फिसलने का डर रहता है और आए दिन कोई न कोई चोटिल हो जाता है।
अनिल धायल, क्षेत्रीय निवासी