मौके पर मौजूद प्रशासन ने उसे उपचार के लिए एम्बुलेंस व चिकित्सक को मौके पर बुलाया। धरना स्थल पर आए निजी चिकित्सक ने महिला का प्राथमिक उपचार कर अस्पताल ले जाने की सलाह दी लेकिन महिला ने अस्पताल जाने से मना कर दिया।
महिला इन्द्रा देवी ने प्रशासन को कहा कि जब तक वन्यजीव हिरण को मारने वाले चारों शिकारी पकड़े नहीं जाएंगे तब तक वे न तो खाना खाएंगी और न ही अस्पताल जाएंगी । इस बीच रावर शिकार प्रकरण के तीसरे दिन मौके पर पहुंचे वन विभाग के डीएफओ हनुमानराम चौधरी व प्रशासनिक अधिकारियों ने दो दिन में सभी आरोपियों को पकडऩे व हथियार बरामदगी का लिखित आश्वासन देने व वन्यजीव प्रेमियों की सभी मांगों पर सहमति बनने के बाद शनिवार शाम को धरना समाप्त किया गया। मौके पर पहुंचे पशु चिकित्सक डॉ. मनरूपनारायण, डॉ. नवीन जयसवाल व डॉ. दिनेश चौधरी ने हिरण का पोस्टमार्टम किया।
रैंजर कैलाशगिरी ने बताया कि गिरफ्तार एक आरोपी बाबूलाल बावरी को शनिवार को पीपाड़ में मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया गया जहां से उसे दो दिन के रिमांड के आदेश जारी हुए। मामले को लेकर वन विभाग व पुलिस प्रशासन का जाब्ता तीन दिनों से मौके पर तैनात रहा।
धरना स्थल पर बिलाड़ा एसडीएम रविंद्र कुमार चौधरी, तहसीलदार ताराचंद प्रजापत, थानाधिकारी मनीष देव, डीएफ ओ हनुमानराम चौधरी, उप निरीक्षक अनिल कुमार, जिला वन अधिकारी जोधपुर विकास अरोड़ा, शेरगढ़ रेंजर मदन सिंह बोरा, क्षेत्रीय वन अधिकारी कैलाश गिरी, सोहन सिंह, जवानाराम चौधरी सहित बिश्नोई टाइगर फोर्स के प्रदेश अध्यक्ष, रामपाल भवाद, अखिल भारतीय जीव रक्षा बिश्नोई सभा के प्रदेशाध्यक्ष बलदेव राम साहू, प्रधान प्रतिनिधि रवि नैण, लूणी विधायक प्रतिनिधि विक्रम सिंह विश्नोई ,स्वामी अनूप दास, श्रीराम,रामनिवास धोरू, टीआर लांबा, नेनाराम, राजू, महिपाल ,लक्ष्मण मूंद, राजू सारण, विश्नोई टाइगर फोर्स के प्रवक्ता उदाराम गोदारा, बनवीर बाबल, इन्द्रजीत गीला, प्रहलादराम विश्नोई आदि मौजूद थे।