पुलिस के अनुसार पीपाड़सिटी थानाधिकारी लक्ष्मण सिंह, भोपालगढ़ थानाधिकारी सरोज चौधरी, जिला विशेष टीम के अमानाराम राठौड़ की टीमें रविवार को आरोपी सिपाही जगदीश के सहयोगी राकेश फौजी, दिनेश बिश्नोई, प्रदीप की तलाशी को लेकर कई जगह दबिश दी। लेकिन आरोपियों को भनक लगने के कारण उन्होंने अपने मोबाइल फोन बंद कर गायब हो गए हैं। इनमें राकेश फौजी के बैंक अकाउंट से ही जगदीश शेयर मार्केट के कारोबार का लेनदेन करता था।
उसके खातों की जानकारी हासिल करने अनुसंधान अधिकारी बैंकों के रेकार्ड खंगालने के प्रयास में सक्रिय हैं। जयपुर के शेयर दलाल प्रवीण गुप्ता के साथ गत वर्ष जनवरी में तीन लाख की राशि शेयर बाजार में निवेश की थी। इस मामले में दोनों पक्षों के बीच लेनदेन का विवाद होने पर 10 मार्च 2022 को घटना घटित हुई।
पुलिस के अनुसार जगदीश शॉर्ट कट से करोड़पति बनना चाहता था। इसमें शेयर मार्केट उसे फायदा का सौदा दिखा, इसके ऑनलाइन कारोबार को देखते हुए इससे जुड़े कई एप भी आरोपी सिपाही ने डाउनलोड कर रखे हैं। अपने मित्र प्यारेलाल के सहयोग से जयपुर के शेयर दलाल से सम्पर्क कर निवेश करना शुरू कर दिया। जब तक फायदा हुआ तब तक ठीक चला, लेकिन जब शेयर कारोबार में घाटा हुआ तो विवाद बढ़ गया।
अनुसंधान अधिकारी लक्ष्मण सिंह के अनुसार अन्य आरोपियों के गिरफ्त में आने के बाद खुलासा हो सकेगा। आरोपी सिपाही जगदीश को सोमवार को पुलिस रिमांड अवधि खत्म होने पर न्यायालय में पेश किया जाएगा।