जागरूक जनमंच के चंद्रशेखर पुरोहित ने बताया कि स्वैच्छा से कर्फ्यू व लॉकडाउन की अपील थी। जिसे आम जनता के खुले दिन से स्वीकारा। लेकिन व्यापार जगत पर इसका कोई खास असर देखने को नहीं मिला। इस दो दिन के कफ्र्यू के पहले ही ५० से ज्यादा संस्थााओं ने समर्थन दिया था। शनिवार को संस्थाएं तो १०० के पार हो गई, लेकिन बाजार में सामान्य स्थिति रही।
आज के लिए जारी हुई अपील सभी संस्थाओं ने मिलकर व्यापारियों से अपील जारी की है कि रविवार को और अधिक ग्राहकों की कमी होगी। क्योंकि लोगों ने घर पर रहने का मन बना लिया है। ऐसे में बिना ग्राहकी के दुकान पर बैठने से अच्छा इस स्वैच्छिक कर्फ्यू में योगदान दें। हालांकि रविवार को अधिकांश दुकानें वैसे भी बंद होती है तो शनिवार की तुलना में इस स्वैच्छिक बंद का ज्यादा असर देखने को मिल सकता है।
यह रहे हालत सुमेर मार्केट ने समर्थन दिया, लेकिन बाजार पूरी तरह से खुला रहा। नई सडक़ पर भी यही स्थिति रही। त्रिपोलिया बाजार में कुछ दुकानें बंद रही। सरदारपुरा का मार्केट भी यथावत चालू रहा। कपड़ा बाजार व भीतरी शहर के अन्य क्षेत्रों में व्यापारी ज्यादा इस ओर सतर्क नहीं दिखे।