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जोधपुर

बाड़मेर-जैसलमेर में हैं सौर ऊर्जा की विपुल संभावनाएं, गर्मी का उठाया जा सकता है फायदा

ऐसे में सौर ऊर्जा को लेकर परिस्थितियां ज्यादा अनुकूल है।

जोधपुरJun 14, 2019 / 05:24 pm

Harshwardhan bhati

solar plants in rajasthan

बाड़मेर-जैसलमेर में हैं सौर ऊर्जा की विपुल संभावनाएं, गर्मी का उठाया जा सकता है फायदा

बाड़मेर/जोधपुर. सीमावर्ती बाड़मेर जैसलमेर जिले में सौर ऊर्जा को लेकर विपुल संभावनाएं है। जिले में 12 माह में 09 माह तक गर्मी रहती है। यहां बारिश व सर्दी का मौसम कम रहता है और गर्मी अधिक। ऐसे में सौर ऊर्जा को लेकर परिस्थितियां ज्यादा अनुकूल है।
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बाड़मेर विशेष
– बाड़मेर में 1000 से अधिक कृषि कुएं है जहंा पर सौर ऊर्जा संयंत्र लगे हुए है।
– बाड़मेर के राष्ट्रीय मरू उद्यान क्षेत्र में 6500 घरों में अब सौर ऊर्जा से ही रोशनी दी जाएगी क्योंकि यहां डिस्कॉम के खंभे खड़े करना संभव ही नहीं है।
– बीएसएफ क्षेत्र की सीमावर्ती क्षेत्र की 04 चौकियां है जहां पर सौर ऊर्जा से रोशनी हैै क्योंकि यहां पर बिजली के खंभे लगाना संभव नहीं था।
– बालोतरा के पॉपलीन उद्योग की 15 कारखानों में 2000 से 3000 मीटर तक के क्षेत्र में 10 के वीआर तक विद्युत उत्पादन सौर ऊर्जा से कर कारखाने संचालित होने लगे है।
– 3000 परिवारों को हाल ही में एक संस्थान ने सोलर लालटेन दी है। जिसके जरिए वे कशीदाकारी कर रही है और बच्चों केा पढ़ा भी रही है।
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सौर ऊर्जा बाड़मेर-जैसलमेर के लिए बन सकती है आधार
1. बाड़मेर की आबादी 30 लाख पहुंच गई है। 10 लाख से अधिक लोग आज भी दूरस्थ ढाणियों में रहते है। जहां पर विद्युत पहुंचाना मुश्किल है। विद्युत फाल्ट आ जाए तो ठीक करना भी मुश्किल। ऐसी ढाणियों में सौर ऊर्जा का प्लांट कामयाब बन सकता है।
2. नर्मदा-इंदिरा नहर का पानी आने के साथ ही रेगिस्तानी इलाके में लगातार कृषि बढ़ रही है। कृषि में 1000 कृषक अब तक सौर ऊर्जा को अपना चुके है। इसको लगातार संबल दिया जाए तो बाड़मेर में कृषि सौर आधारित हो सकती है।
3. रिफाइनरी बाड़मेर के पचपदरा में लग रही है। रिफाइनरी के साथ ही सौर ऊर्जा का प्रोजेक्ट शुरू हों तो तेल क्षेत्र के साथ यह बड़ी क्रांति आ सकती है।

4. जिले के पेयजल सिस्टम के लिए सबसे बड़ी समस्या बिजली है। बिजली गुल होते ही यहां पर पानी की आपूर्ति बंद हो जाती है। सभी गांवों में छोटी पेयजल योजनाओं को सौर आधारित किया जाए तो विद्युत को लेकर जलदाय विभाग खुद ही आत्मनिर्भर हो जाएगा।
5. जैसलमेर के होटल प्रोजेक्ट को पूर्णतया सौर ऊर्जा आधारित किया जा सकता है। यह पर्यटकों के लिए भी एक विशेष आकर्षण होगा कि वे जहां रुक रहे वहां सौर ऊर्जा है।

6. बालोतरा के पॉपलीन उद्योग को जहंा प्रदूषण मुक्त किया जा रहा है वहां 738 इकाइयों को ही सौर ऊर्जा के लिए प्रोत्साहित कर दिया जाए तो पूरा पॉपलीन उद्योग सौर ऊर्जा आधारित हो सकता है।
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क्या किया जाए इसके लिए
– राज्य सरकार बाड़मेर-जैसलमेर को मॉडल जिलों में शामिल कर शुरुआत करें
– बाड़मेर में सौर ऊर्जा के एक्सपर्ट से बड़ा सर्वे करवाया जाए
– रिफाइनरी प्रोजेक्ट के साथ में सम्मिलित करें
– सौर ऊर्जा गांव तैयार करवाए जाएं
– सौर ऊर्जा से केवल अपने घर को ही रोशन नहीं करें यदि वे बिजली पैदा कर सरकार को उपलब्ध करवा सके तो ऐसे प्रोजेक्ट भी लगाए जाएं

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