भाषा प्रकोष्ठ में सोमवार सुबह एमएम द्वितीय सेमेस्टर की परीक्षा थी। एमए पत्रकारिता की परीक्षा देने पहुंचा एक परीक्षार्थी अपने साथ तीन चार पर्चियां भी लेकर आ गया। वह बार-बार बाथरूम करने भी जा रहा था। परीक्षार्थी द्वारा नकल का संदेह होने पर इनवीजिलेटर ने फ्लाइंग बुलाई। डॉ. राजेंद्र परिहार और डॉ. कैलाश कौशल की फ्लाइंग ने परीक्षार्थी को पकड़ लिया और नकल का प्रकरण बनाया। परीक्षार्थी ने नकल के फॉर्म पर हस्ताक्षर नहीं किए। उसे दूसरी उत्तर पुस्तिका दी गई वह भी उसने नहीं ली। वाद-विवाद करने के बाद चलता बना। इसके बाद दो इनवीजिलेटर अतिरिक्त लगाए गए। परीक्षा खत्म होने के बाद परीक्षार्थी अन्य छात्रों को लेकर पहुंचा और केंद्राधीक्षक से अपनी कॉपी मांगने लगा। दूबे ने गोपनीय शाखा को उत्तर पुस्तिकाएं लेने के लिए गाड़ी भेजने को कहा, लेकिन गोपनीय शाखा की गाड़ी नहीं आई। परीक्षार्थी काफी देर तक परीक्षा केंद्र को घेरे रहा। आखिर उत्तर पुस्तिकाएं भाषा प्रकोष्ठ में रखनी पड़ी।
हमनें रजिस्ट्रार को सूचना दे दी थी परीक्षार्थी के पास दो चिट मिली थी। वह हंगामा कर रहा था। उसने फार्म पर दस्तखत भी नहीं किए। दूसरी कॉपी भी नहीं ली। परीक्षा के दौरान वह 4-5 बार बाथरूम चला गया। परीक्षा खत्म होने के बाद अन्य छात्रों को लेकर परीक्षा केंद्र पहुंचा। हमने तो रजिस्ट्रार को सूचना दे दी थी।
डॉ. एसपी दुबे, केंद्राधीक्षक, भाषा प्रकोष्ठ परीक्षा केंद्र, जेएनवीयू