— केवल जोखिम वाले कंटेनर्स की ही जांच नई योजना में देश में केवल जोखिम वाले कंटेनर को ही जांच के लिए रोका जाएगा। अन्य कंटेनर्स को नो यूज बॉन्ड या किसी अन्य उपयुक्त तरीके के आधार पर क्लियर कर दिया जाएगा। नो यूज बॉन्ड से कंटेनर को फैक्ट्री में ले जाने की अनुमति मिलती है। जोखिम वाले कंटेनर वे माने जाएंगे, जिन निर्यातको का एक्सपोर्ट-इम्पोर्ट लाइसेंस सरकार ने संदेहास्पद माना है। इनके अलावा जिनका जीएसटी सर्टिफिकेश नहीं हुआ हो, जिन निर्यातकों ने जीएसटी की सही गणना नहीं की हो या जीएसटी मिसमैच वाले कंटेनर जोखिम वाले कंटेनर में शामिल होंगे।
— 20 फीट कंटेनर का भाड़ा करीब 20 हजार रुपए – 40 फीट कंटेनर का भाड़ा करीब 40 हजार रुपए – 03 हजार करोड़ सालाना हैण्डीक्राफ्ट उत्पादों का निर्यात – 03 हजार कंटेनर प्रतिमाह निर्यात होते है जोधपुर से
-700 रजिस्टर्ड हैण्डीक्राफ्ट निर्यातक – 30 प्रतिशत निर्यात हैण्डीक्राफ्ट उत्पादों का देश के कुल निर्यात में — निर्यातकों को लॉजिस्टिक्स के रूप में प्रोत्साहन की शीघ्र जरूरत है । सरकार लॉजिस्टिक्स कॉस्ट कम करने की दिशा में काम करे तो देश का निर्यात निश्चित ही बढेगा ।
डॉ भरत दिनेश, अध्यक्ष जोधपुर हैण्डीक्राफ्ट एक्सपोर्टर्स एसोसिएशन