जानकारी के अनुसार 300 एक्यूआई किसी भी शहर में रिकॉर्ड नहीं हुआ। अब जून में अंधड़ के एक दो स्पैल से जरुर दो तीन दिन हवा खराब रहने की आशंका है। करीब बीस दिन बाद प्रदेश में मानसून के प्रवेश के साथ ही नमी आने से एक्यूआई 100 के नीचे आ जाएगा, जो सितम्बर तक बना रहेगा।
इस सीजन में एक भी बड़ी आंधी नहीं आई
इस साल गर्मियों के मौसम में एक भी आंधी या धूल का बवंडर नहीं आया है, जबकि पूरे प्रदेश में करीब एक पखवाड़े तक तापमान 45 से 48 डिग्री के मध्य रहा था। कम दबाव का क्षेत्र बना था, बावजूद इसके पाकिस्तान और ईरान के रास्ते आने वाली आंधी शांत रही।
जोधपुर से अधिक भरतपुर प्रदूषित
बीते दो महीने के एक्यूआई के डाटा देखें तो पश्चिमी राजस्थान की तुलना में पूर्वी राजस्थान में वायु प्रदूषण देखने को मिल रहा है। भरतपुर अन्य सभी संभागीय मुख्यालयों के अलावा सर्वाधिक प्रदूषित रहा। भरतपुर में अधिकांश दिनों एक्यूआई 200 के ऊपर या आसपास बना रहा। भरतपुर के बाद बीकानेर में धूल उड़ने से प्रदूषण अधिक रहा। झीलों की नगरी उदयपुर की तुलना में अजमेर की आबोहवा अधिक साफ रही।
अप्रेल-मई में कहां कितना रहा एक्यूआई
शहर—- 1 अप्रेल—-10 अप्रेल—–30 अप्रेल—–1 मई—–10 मई—–31 मई जोधपुर —— 137 —— 142 —— 127 —— 158 —— 90 —— 104 जयपुर —— 107 —— 118 —— 167 —— 186 —— 130 —— 140 उदयपुर—— 125 ——182 —— 90 —— 114 —— 94 —— 142 अजमेर —— 94 —— 103 —— 111 —— 118 —— 105 —— 100 कोटा —— 109 —— 138 —— 94 —— 139 —— 174 —— 115 बीकानेर——121——186 —— 132 —— 275 ——200 —— 139 भरतपुर—— 161——201——202 —— 238 —— 188 —— 79 (केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण मण्डल अभी भी राजस्थान में 33 जिले मानकर एक्यूआई का मापन करता है। भरतपुर में मई के अंतिम दिन बादल-बरसात का मौसम होने से वायु प्रदूषण से राहत मिली थी। )