पुलिस के अनुसार गोलासनी निवासी मनोहर सिंह ऑटो लेकर सुबह 6.30 बजे घर से निकला था। कायलाना झील के पास पहुंचने पर ऑटो खराब हो गया। वह नीचे उतरा और चेक करने लगा। इतने में पीछे से एक कार वहां आई और साइड देने की बात पर ऑटो चालक से उलझ गए। मनोहर ने साइड में से निकलने का आग्रह किया। इसे लेकर कार में सवार तीन युवक उससे मारपीट पर उतारू हो गए। तीनों कार में बैठकर रवाना होने लगे तो ऑटो चालक कार के नम्बर लिखने के लिए भागकर आगे आ गया। कार स्टार्ट होने से चालक बोनट पर आ गिरा। इसके बावजूद चालक ने कार नहीं रोकी और भगाने लगा। करीब आधा किमी तक भगाने के बाद तीनों ने कार रोकी और उसे वहीं छोड़कर भाग निकले। ऑटो चालक राजीवगांधी नगर थाने पहुंचा और एफआईआर दर्ज कराई। पुलिस ने कार के नम्बर के आधार पर जांच शुरू की है। कार बड़ली गांव की बताई जाती है। झील के पास लगे सीसीटीवी फुटेज में भी वारदात की पुष्टि हुई है।
वहीं दूसरी ओर नगर निगम की लापरवाही से पिछले ढाई महीने में नालों में गिरने से मां-पुत्र सहित चार जनों की जान जा चुकी है। निगम स्वयं के खिलाफ कार्रवाई तो करने से रहा, लेकिन लापरवाही से जान लेने वालों के खिलाफ कार्रवाई की बजाय पुलिस भी जांच में कुण्डली मारे बैठी है। रेलवे स्टेडियम के सामने खुले नाले में गिरने से राजकीय बांगड़ महाविद्यालय पाली के व्याख्याता अमरचंद राठी की मृत्यु के मामले में रातानाडा थाने में दर्ज एफआईआर ढाई महीने से ठण्डे बस्ते में है। पुलिस कार्रवाई करना तो दूर अभी तक एक भी अधिकारी या कर्मचारी को नामजद नहीं कर पाई है।
यह है मामला सुखानंद की बगीची क्षेत्र निवासी अमरचंद राठी पाली स्थित राजकीय बांगड़ महाविद्यालय में व्याख्याता थे। गत एक जुलाई की शाम वो बस से
जोधपुर पहुंचने के बाद मोपेड लेकर घर लौट रहे थे। उस समय मूसलाधार बारिश होने से पानी बह रहा था। रेलवे स्टेडियम के सामने मोड़ पर खुले नाले के पास उनका हेलमेट गिर गया था। जिसे उठाने के प्रयास में वो नाले में जा गिरे थे और पानी का बहाव उन्हें बंद नाले में बहा ले गया था। रात 2.12 बजे पीडब्ल्यूडी चौराहे के पास मेल हॉल में फंसा उनका शव मिला था। व्याख्याता के पुत्र ऋषभ राठी ने दो जुलाई को निगम प्रशासन के खिलाफ लापरवाही बरतने से मृत्यु का मामला दर्ज कराया था। एएसआई बींजाराम मामले की जांच कर रहे हैं।
जांच चल रही है… ‘मृतक के पुत्र ने नगर निगम प्रशासन के खिलाफ मामला दर्ज कराया था। मामले की जांच चल रही है। अभी तक कोई भी दोषी अधिकारी या कर्मचारी नामजद नहीं किए गए हैं।Ó -रमेश कुमार शर्मा, थानाधिकारी रातानाडा जोधपुर।