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जोधपुर

कोर्ट निर्देश जारी कर रहा है, अफसर दौरे कर रहे हैं, फिर भी पब्लिक रो रही है, यह शर्म की बात है : हाईकोर्ट

शहर के तीनों बड़े अस्पतालों में मॉनिटरिंग के बावजूद अव्यवस्थाओं की रिपोर्ट पर जिला कलक्टर रविकुमार सुरपुर सहित तीनों अस्पताल अधीक्षक कोर्ट में तलब

जोधपुरDec 16, 2017 / 10:23 am

Nidhi Mishra

rajasthan high court

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राजस्थान हाईकोर्ट के वरिष्ठ न्यायाधीश गोपालकृष्ण व्यास व न्यायाधीश वीरेंद्रकुमार माथुर की खंडपीठ ने डॉ. संपूर्णानंद मेडिकल कॉलेज के अधीन संचालित शहर के तीनों बड़े अस्पतालों (एमडीएम, एमजीएच व उम्मेद अस्पताल) में सफाई सहित अन्य अव्यवस्थाओं की जानकारी मिलने पर जिला कलक्टर डॉ रविकुमार सुरपुर व तीनों अस्पताल के अधीक्षकों को तलब किया। खंडपीठ ने मामले के न्यायमित्र वरिष्ठ अधिवक्ता एमएस सिंघवी और हेमंत दत्त की ओर से प्राप्त रिपोर्ट के आधार पर फटकार लगाते हुए कहा कि कोर्ट निर्देश जारी कर रहा है, अफसर अस्पतालों के दौरे कर रहे हैं, सरकार बजट भी दे रही है, फिर भी अस्पतालों की बदहाली नहीं मिट रही है। पब्लिक रो रही है, यह शर्मनाक है। ऐसे कैसे चलेगा?
दरअसल न्यायाधीश व्यास की खंडपीठ में याचिकाकर्ता लहरी की बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका के तहत अस्पतालों में सफाई व इन्फ्रास्ट्रक्चर को लेकर समिति गठित की गई थी। एडीएम प्रथम सीमा कविया की अगुवाई में हाईकोर्ट विधिक सहायता समिति के सचिव धीरज शर्मा सहित न्यायमित्र एमएस सिंघवी से भी तीनों अस्पतालों का निरीक्षण कर रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिए गए थे। शुक्रवार को मामले की सुनवाई में लंच से पहले अस्पतालों की दुर्दशा की रिपोर्ट फोटो सहित पेश की, जिसमे टॉयलेट्स में टूटी-फूटी टाइलें व पाइप आदि के फोटो शामिल थे। इस पर कोर्ट ने दो अधिवक्ताओं वीआर चौधरी व एक अन्य को फिर से निरीक्षण के लिए भेजा। उन्होंने भी न्यायमित्र की रिपोर्ट की पुष्टि की। इस पर लंच के बाद जिला कलक्टर व तीनों बड़े अस्पतालों महात्मा गांधी अस्पताल, मथुरादास माथुर अस्पताल व उम्मेद जनाना अस्पताल के अधीक्षकों को तलब किया गया।

जिला कलक्टर ने दिया आश्वासन


कलक्टर ने कहा कि उन्होंने सभी अस्पतालों में खुद मॉनिटरिंग करते हुए बहुत सुधार कराए हैं,सफाई भी हो रही है, लेकिन यदि मेन्टेनेंस में गड़बड़ हो रही है तो इसके लिए कड़े कदम उठाए जाएंगे। इस पर ख्ंाडपीठ ने कहा कि जो काम नहीं करते, उन्हें वेतन क्यों दिया जा रहा है।
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