जोधपुर में निर्मित रावण के मंदिर में करीब साढ़े छह फीट लंबी और डेढ़ टन वजनी रावण की प्रतिमा छीतर पत्थर को तराश कर बनाई गई है । वर्ष 2007 में किला रोड स्थित महादेव अमरनाथ मंदिर परिसर में स्थित मंदिर में रावण को शिवलिंग पर जलाभिषेक करते दर्शाया गया । रावण के मंदिर के ठीक सामने मंदोदरी की मूर्ति है। जिसमें उसे भी शिवलिंग पर पुष्पार्पित करते दर्शाया है ।
मंदोदरी जोधपुर के मंडोर की राजकुमारी बताकर कई समूह मंडोर क्षेत्र को रावण की ससुराल मानते हैं । दावा यह भी करते है की मंडोर क्षेत्र में प्राचीन एक चंवरी जहां रावण ने फेरे लिए वह आज भी मौजूद है। हजारों साल प्राचीन चंवरी में अष्टमातृका व गणेश की मूर्ति है ।