छोटे परिवार से मजदूरी करके धीरे धीरे ठेकेदारी की लाइन में पहुंच चुके मदन लाल धोबी को अपने जैसे कई लोगों का सहयोग कर उन्हें अपने जैसा बनाने एवं किसानों को उनकी समृद्धि के लिए काम करने का दर्द शाल रहा है, वे बताते हैं कि आजादी के बाद अब तक कई सरकारें आई और चली गई ,लेकिन गांव के अंतिम छोर पर रहने वाले लोगों की, ना तो किसी ने सुध बुध ली है ।और ना ही उनके द्वार तक विकास पहुंच पाया है। आज भी विधानसभा क्षेत्र के भाटियों की ढाणी जैसी बस्तियों में बिजली नहीं पहुंची है ।और भी कई ऐसे गांव हैं ,जहां अब तक पक्की सड़क नहीं बन पाई है ।और ना ही उनके मीठे पानी का सपना साकार हुआ है। मदन धोबी बताता है कि वह जिस परिवार से आया है, उसी प्रकार के सभी परिवारों का दुख दर्द बहुत निकटता से देख चुका है। और उसे अवसर मिला तो वह सबसे पहले छोटे तबके के लोगों के बीच में रहकर उनके उत्थान का कार्य करेंगे ।सरकारी योजनाओं का सीधा लाभ गांव ढाणी में बैठे लोगों तक पहुंचे। यही उनका संकल्प रहेगा और वे उसे बुनियादी रूप से पूरा भी करना चाहेंगे।
वर्तमान में क्षेत्र का युवा नशे की चपेट में आने लगा है बाहर से मादक पदार्थों के तस्कर यहां क्षेत्र में स्मैक का कारोबार फैलाने लगे हैं ।और इस बुराई की जद में यहां का युवा आ चुका है ।इस बुराई से नवयुवकों को आजाद कराने के लिए पुलिस प्रशासन से सख्त रवैया अपनाने का आग्रह करेंगे। साथ ही जगह जगह नशा बंदी के शिविर लगाकर लोगों को नशे से मुक्त कराना। अरसे से सामाजिक बुराइयों में जकड़े समाज को बाहर निकालना ।बाल विवाह एवं निरक्षरता को दूर करना उनका लक्ष्य रहेगा।