जलदाय विभाग के एसई दिनेश पेड़ीवाल ने बताया कि 2015 के बाद से ही राजीव गांधी लिफ्ट कैनाल की सफाई नहीं हुई थी। इस वजह से इसमें मिट्टी जमा हो गई थी और लीकेज भी बन गए थे। बरसात के दिनों ज्यादा पानी आने पर कई बार तो कैनाल में केवल 220 क्यूसेक पानी ही रह जाता था। इस बार क्लोजर के समय में इसकी सफाई कर दी गई है। एेसे में अब बरसात में भी इसमें रुकावट नहीं आएगी।
गौरतलब है कि पंजाब-हरियाणा से इंदिरा गांधी नहर में क्लोजर शुरू होने के समय 35 दिन का समय दिया गया था। यह बताया गया था कि नहर में 35 दिन तक पानी की आवक बंद रहेगी और एेसे में नहर और जलाशयों में एकत्र पानी से काम चलाया जाएगा। जोधपुर और बाड़मेर सहित प्रदेश के नौ जिले इससे प्रभावित रहेंगे। जिला प्रशासन और जलदाय विभाग ने कहा था कि हमेशा की तरह ही पानी की आपूर्ति करेगा, लेकिन जनता को इतने दिन तक किफायत के साथ पानी खर्च करना पड़ेगा, ताकि किसी आपात स्थिति से निपटा जा सके। इसके उलट बाद में यह क्लोजर 45 दिन का हो गया और लोगों को बहुत परेशानी हुई।