शहर के प्रमुख बाजार घंटाघर, कपड़ा बाजार, आडा बाजार, सर्राफा बाजार, नई सडक़, सोजती गेट, सरदारपुरा में दिनभर सन्नाटा पसरा रहा। मुख्य सडक़ों व चौराहों पर जरूर कुछ वाहनों की आवाजाही रही। लेकिन इसके अलावा अधिकांश रास्ते सूने रहे।
वीकेंड कफ्र्यू के दौरान कुछ ऑटो चालकों के चालान बनाने से रोष देखा गया। कई ऑटो चालक विरोध में उतर आए और पावटा चौराहे पर जमा हुए। यहां यातायात पुलिस के अधिकारियों के समक्ष अपनी नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि बाहर से आने वाले यात्रियों, शादी में जाने वाले लोगों व बीमार मरीजों के लिए ऑटो चालक सेवाएं दे रहे हैं। इसके बावजूद उनके चालान बनाए जा रहे हैं।
23 तारीख को बम्पर शादियां हैं। हालांकि 50 की अधिकतम लिमिट है, लेकिन इसके बावजूद कुछ लोग अपने परिवार के शादी समारोह में शामिल होने घरों से निकले तो उनको भी समस्या का सामना करना पड़ा। कई पुलिस नाकों पर इनसे भी पूछताछ की गई।
24 जनवरी से शादियों में अनुमत संख्या 50 से बढ़ाकर 100 कर दी गई है। वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में यह अंतिम वीकेड कफ्र्यू है। नई गाइड लाइन के अनुसार अगले सप्ताह से सिर्फ शहरी क्षेत्रों में ही यह वीकेंड कफ्र्यू लागू होगा।