इन स्थानों पर दुघर्टना की संभावना रहती है। जाम के झाम से मुक्ति के लिए चारों स्थानों पर यातायात विभाग के कर्मचारियों की ड्यूटी सुबह १० बसे से रात १० बजे तक रहती है। चारों स्थानों पर सबसे अधिक जाम शाम के समय लगता है। इन स्थानों पर दुर्घटना होने पर कई लोगों की जान भी जा चुकी है। यातायात विभाग के अनुसार रोड चौड़ीकरण नहीं होने के कारण नए बस स्टैंड से उदयनगर तक वाहनों का दबाव अधिक रहता है। मस्जिद चौक के पास बस स्टॉप एवं बाजार के कारण अक्सर जाम लगता है। यहां यातायात पुलिस तैनात रहती है। चौड़ीकरण नहीं होने के कारण लोगों को अधिक परेशानी होती है।
गोविंदपुर, नांदनमारा, आतुरगांव, नाथियानवा गांव में ब्लैक स्पॉट:- एनएच-३० पर आतुरगांव मोड़ पर सबसे अधिक हादसा होता है। आतुरगांव मोड़ से पांच सौ मीटर दूरी तक खतरा है। यहां चार साल में १० लोग काल के गाल में समा चुके हैं। इस स्थान पर अभी तक अधिक दुर्घटना जनित सांकेतिक बोर्ड नहीं लगाया गया है। गोविंदपुर गांव ढलान पर पांच सौ मीटर ब्लैक स्पॉट चिन्हांकित किया गया है। यहां चार साल में ६ लोगों की जान जा चकी है।
नांदनमारा पुल के पास पांच सौ मीटर एनएच पर सबसे अधिक हादसा होता है। यहां चार साल में तीन लोगों की सडक़ दुर्घटना में मौत हाो चुकी है। नाथियानवा गांव मोड़ ब्लैक स्पॉट पर चार साल में पांच की जान जा चूकी है। इन स्थानों पर सांकेतिक चिन्ह लगाया जाना था। लोनिवि ने पत्र देने के बाद भी नहीं लगाया है।